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हमारे कार्यक्रम और आपकी तारीफें

२८ नवम्बर २०१०

हमारे कार्यक्रम आपको कितने पसंद हैं, यह आपके पत्रों से बखूबी पता चलता है. अंतरा, खोज, हैलो जिंदगी और वेस्ट वॉच पर हमारे सक्रिय क्लब श्रोताओं का क्या कहना है, चलिए जानें उन्हीं के शब्दों में.

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एक श्रोता का संदुर खततस्वीर: Nadeem Butt

वेस्ट वॉच में पवित्र हज की यात्रा पर जाने के लिए जर्मन मुसलमानों की तैयारियों पर जानकारी ज्ञानवर्धक लगी. जर्मन मुसलमान हज यात्रा पर जाने से पहले किन किन नियम कानूनों से गुजरते हैं, इस बारे में हम अभी तक अनभिज्ञ थे. परन्तु कार्यक्रम सुनने के बाद हमारी अनभिज्ञता दूर हो गई.

जर्मन फुटबॉल खिलाड़ियों में बढ़ता डिप्रेशन जर्मन फुटबॉल जगत के लिए चिंता का विषय है. डिप्रेशन में रहने वाले खिलाड़ी कभी उम्दा खेल का प्रदर्शन नहीं कर सकते. इस बीमारी को दूर करने के लिए जल्द से जल्द सकारात्मक पहल की जानी चाहिए.

लाइफ लाइन में जर्मनी की राजधानी बर्लिन में आयोजित अंतरराष्ट्रीय सम्मलेन में भारत में बढ़ते तपेदिक रोगियों की संख्या को ले पैदा चिंता स्वाभाविक लगी. हमें यह जान आश्चर्य के साथ साथ दुख भी हुआ कि विश्व में प्रति वर्ष 18 लाख लोग तपेदिक बीमारी से मरते हैं और उनमें भारत के रोगियों की संख्या समूचे विश्व में सब से अधिक है. इसी से इस रोग के भयावहता का पता चलता है. तपेदिक रोगियों के इलाज और बचाव की चिंता सिर्फ सम्मलेन तक ही सीमित नहीं होनी चाहिए बल्कि इस बीमारी से लड़ने के लिए धरातल पर भी सार्थक कदम उठाए जाने चाहिए. टीबी से सबसे ज्यादा मौतों वाले देश भारत में भी इस बीमारी से लड़ने के लिए व्यापक पैमाने पर जागरूकता अभियान के साथ आवश्यक इलाज की व्यवस्था ग्रामीण स्तर तक सुनिश्चित की जानी चाहिए. उड़ीसा में आज भी शुद्ध पेयजल और शौचालय न होना सभ्य समाज के नाम पर कलंक है और इसके लिए जनप्रतिनिधि एवं पदाधिकारी दोषी हैं.

Tuberkulose Südafrika Flash-Galerie
गरीब देशों में टीबी का ज्यादा प्रकोपतस्वीर: The Global Fund/Juda Mgwenya

अंतरा कार्यक्रम में बच्चों को अकेले पालने वाली माताओं पर चर्चा सुनी. यह बहुत ही गंभीर समस्या बनती जा रही है. पश्चिमी देशों में इस का प्रचलन बढता जा रहा है लेकिन भारत में अभी भी बच्चों को अकेले पालना कलंक समझा जाता है. भारत में ऐसी माताओं को कई कठिनाइयों के दौर से गुजरना पड़ता है. अभी भी भारतीय समाज ऐसी माताओं को स्वीकार नहीं कर पा रहा है. यह बहुत ही चुनौती भरा कार्य है, लेकिन लगता है कि निकट भविष्य में समाज जो इस विषय पर गंभीरता से विचार करना होगा.

खोज के अंतर्गत बुढ़ापे के कारणों तथा इसे रोकने के लिए हो रहे शोध से संबंधित जानकारी बहुत ही रोचक और अद्भुत लगी. क्या ऐसा संभव हो सकता है? देखना है कि जीव विज्ञानी बूढ़ा होने से भला किसी को कैसे रोक सकते हैं? अगर यह प्रयोग सफल हो जाए तो हमें सूचना देने का कष्ट करेंगे क्योंकि हम लोग भी अब बूढ़ा होने के कगार पर पहुंचने वाले हैं.

राजबाग रेडियो लिस्नर्स क्लब, सीतामढ़ी (बिहार)

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हैलो जिंदगी में जर्मन युवाओ को सिखाई जा रही बैंकिंग और शेयर बाजार की पेचीदा बातों के बारे में जानकारी पाई. युवाओं को इसके विषय में व्यवहारिक जानकारी मिलनी ही चाहिए. खेल खेल में ऐसी जानकारी देना दिलचस्प रहेगा.

वेस्ट वॉच के एक अंक में फ्रांकफुर्ट पुस्तक मेले पर रोचक जानकारी मिली. ई-बुक के प्रति लोगों का रुझान तो है और मेरे विचार में इसका प्रसार तो होगा. छपी पुस्तकों के प्रति सभी लोगों आ नजरिया अवश्य बदलेगा लेकिन इनकी भी मांग बनी रहेगी. इसी कार्यक्रम के दूसरे अंक में फ्रांस के रोमा जिप्सिओं की वर्तमान स्थिति पर चर्चा सुनी. उनकी स्थिति सुधारने का प्रयास वहां की सरकार को अवश्य करना चाहिए. उन्हें समान रूप से शिक्षा व रोजगार दिया जाना चाहिए.

Buchmesse mit Büchern aus Pakistan
तस्वीर: AP

स्टार लिस्नर्स क्लब, नारनौल (हरियाणा)

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खोज में खुशियों के कारणों पर पेश रिपोर्ट बिल्कुल सटीक लगी. डिस्कवरी स्पैस शटल की अंतिम उड़ान पर जानकारी भी काफी महत्वपूर्ण रही.

अंतरा में जर्मनी के आप्रवासियों में लड़कियों की मर्जी के बिना शादी और इसके खिलाफ जर्मनी सरकार की ओर से उठाए गए कदमों पर विस्तृत रिपोर्ट काफी गंभीर थी और इससे मालूम पड़ा कि जर्मनी में आप्रवासी होकर रहने पर भी उनकी सोच में बदलाव नहीं हुआ है जो काफी दुःख की बात है.

मार्कोनी डी एक्स क्लब, परली वैजनाथ (महाराष्ट्र)

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खोज के अंतर्गत आपने ओज़ोन परत के छेद के कम होने के बारे में अच्छी जानकारी दी. इस चर्चा को सुन कर सुखद लगा कि वैज्ञनिक जो प्रयास कर रहे थे वे सफल रहे. इसे पराबैगनी किरणों के कारण होने वाले शारीरिक नुकसानों से बहुत हद तक छुटकारा मिल सकता है. आपके इस रोचक तथा सफल प्रस्तुतीकरण के लिए हार्दिक धन्यवाद.

अंतरा में आपने महिला अधिकारिओं के लिए संघर्ष करने वाली कुछ महिला कार्यकर्ताओं के बारे में जो जानकारी दी, वह बहुत प्रभावशाली व मर्मस्पर्शी लगी. आपके इस कार्यक्रम को सुनकर इन महिला संगठन के उद्देश्यों तथा योजनाओं के बारे में विस्तारपूर्वक जानने को मिला.

आदर्श श्रीवास रेडियो लिस्नर्स क्लब, जिला बिलासपुर (छत्तीसगढ़)

संकलनः विनोद चढ्डा

संपादनः ए कुमार