सौर ऊर्जा है भविष्य
प्रमुख औद्योगिक देशों ने कोयले और तेल का परित्याग करने का फैसला लिया है. आईपीसीसी के अनुसार सदी के मध्य तक बिजली के लिए परंपरागत ऊर्जा स्रोतों का इस्तेमाल बंद करना संभव है. इसमें सौर ऊर्जा की निर्णायक भूमिका होगी.
अगुआ भूमिका
जर्मनी सोलर बिजली के उत्पादन में विश्व भर में अगुआ रहा है. यहां 15 लाख सोलर संयंत्र हैं. जर्मन चांसलर के कार्यालय के ऊपर ये सोलर पैनल दस साल पुराने हैं. जर्मनी में इस बीच छह प्रतिशत बिजली सौर ऊर्जा से आती है.
खपत से ज्यादा
जर्मन शहर फ्रायबुर्ग का सौर ऊर्जा वाला मोहल्ला 2006 में बना. यह विश्व का पहला मोहल्ला था जहां बिजली का उत्पादन खपत से ज्यादा है. इलेक्ट्रिक कारों को चार्ज करने के बाद बची बिजली सार्वजनिक नेटवर्क में जाती है.
चीन की जरूरत
चीन भी बड़े पैमाने पर अक्षय ऊर्जा पर जोर दे रहा है. सौर ऊर्जा से घरों को गरम पानी की सप्लाई के मामले में वह विश्व भर में अगुआ है. कुनमिंग शहर में घरों की छतों पर नीले रंग के सौर ऊर्जा कलेक्टरों का दिखना आम है.
तेल और गैस के बिना
मोरक्को तेल और गैस का आयात कम करना चाहता है और सौर ऊर्जा की मदद ले रहा है. इस सोलर बिजलीघर की तकनीक सूरज की रोशनी वाले इलाकों के लिए अच्छी है लेकिन उसे फोटोवोल्टाइक से चुनौती मिल रही है.
पहली बिजली
विश्व भर में 2 अरब लोगों को पास आज भी बिजली की सुविधा नहीं है. यहां इथियोपिया में गांवों में सोलर पैनल लगाए जा रहे हैं. छोटी बैटरियां और एलईडी बल्ब भी सस्ते होते जा रहे हैं. लोगों को पहली बार बिजली मिल रही है.
बैटरी की मांग
रात में भी बिजली और बिजली कंपनियों से आजादी - बेटरियां इसे संभव बना रही हैं. म्यूनिख के इंटरसोलर यूरोप जैसे व्यापार मेलों में बिजली स्टोरेज सिस्टमों में काफी दिलचस्पी दिखती है. मांग बढ़ रही है और दाम गिर रहे हैं.
सपना बने हकीकत
यह भी संभव हो गया है. सोलर पैनलों, बैटरी और किफायती इलेक्ट्रिक मोटर से चलने वाला छोटा विमान इस समय दुनिया का चक्कर काट रहा है. सोलर इम्पल्स 2 की उपलब्धि दिखाती है कि बड़े सपने भी सच हो सकते हैं.
सूरज से बिजली
भारत में भी बिजली पाने के लिए सौर ऊर्जा का इस्तेमाल हो शुरू हो रहा है. यहां उत्तराखंड पिथौड़ागढ़ में सूरज की रोशनी का इस्तेमाल करने के लिए घरों पर सोलर पैनल लगाए गए हैं.
सोलर पार्क
सूरज की गर्मी का बड़े पैमाने पर इस्तेमाल करने के लिए भारत में बड़े सोलर पार्क भी बनाए जा रहे हैं. गुजरात में इस सोलर पार्क में हर साल 16 लाख यूनिट बिजली पैदा की जा रही है.