सैटेलाइट की आंखों से
हमारी धरती लगातार अपना आकार बदलती है. इसकी सटीक जानकारी पाने के लिए अंतरिक्ष में दो सैटेलाइट काम कर रही हैं, टांडेम एक्स और टैरासार एक्स. पिछले चाल साल के बदलाव इन्होंने 3डी तस्वीरों में कैद किए हैं.
पेंटिग जैसा
टांडेम एक्स और टेरासार एक्स से चिली के अटाकामा रेगिस्तान की तस्वीर. साथ ही सालार दे उयूनी ज्वालामुखी भी, जो 10,000 वर्ग किलोमीटर वाला नमक का सबसे बड़ा इलाका है.
अंतरिक्ष में हाईटेक
दोनों तस्वीरों में लास वेगास का हिस्सा. बाईं तस्वीर साल 2000 में शटल रडार टोपोग्राफी मिशन की है. जबकि दायीं सैटेलाइट टांडेम से.
प्राकृतिक आपदा
11 मार्च 2011 की इस तस्वीर में देखा जा सकता है कि जापानी शहर सेंदाई का बंदरगाह कैसे सूनामी से ध्वस्त हो गया. बैंगनी रंग नुकसान की भयावहता दिखाता है.
पास पास
हजारों किलोमीटर की दूरी से भी मेगासिटी साफ दिखाई देती है. यहां इस्तांबुल की सैटेलाइट इमेज. पीले रंग वाले हिस्से शहर की सघनता दिखाते हैं. हरा रंग बहुत कम है.
सतत बर्फ
क्वीन मॉड लैंड की लगातार तस्वीरों से बर्फ के पहाड़ों पर नजर रखी जा सकती है. पता चलता है कि कैसे बर्फीली पहाड़ियों से हिमखंड पिघल कर अलग होते हैं.
कैद हुआ प्रकोप
ज्वालामुखी पुयेहुए कॉर्डोन कॉएले में छह जुलाई 2011 के दिन हुआ विस्फोट. तस्वीर में देखा जा सकता है कि कैसे लावा निकल रहा है. तस्वीर में इसका रंग हल्का सा नीला है.
प्रकृति के रहस्य
टेरासार एक्स की किरणें बर्फ और उसकी सतहों को भी भेद सकती हैं. जैसे यहां कनाडा की ढंकी हुई मैकेंजी नदी. रंग से बर्फ के बनने और पिघलने का पता लगता है.