सेबिट 2013
जर्मनी के हनोवर शहर में दुनिया के सबसे बड़ा कंप्यूटर मेला सेबिट. भविष्य की तकनीक और सुरक्षित इंटरनेट पर खासा ध्यान.
नई दुनिया
सेबिट दुनिया का सबसे बड़ा कंप्यूटर मेला है. जर्मनी के हनोवर शहर में 70 देशों के 4100 प्रदर्शक नई तकनीक और आयडिया लेकर आए हैं. मेले का मोटो है शेयरकोनॉमी.
नया ट्रेंड
शेयरकोनॉमी मतलब- आज साइकलें और कारें खरीदे नहीं जाते बल्कि शेयर किए जाते हैं. यह सब कुछ स्मार्ट फोन के जरिए.
स्मार्ट कार 3.0
एक कार भी कम्यूनिकेट कर सकती है, बशर्ते वह इंटेलिजेंट कार हो. यानी, ये गाड़ियां कार शेयरिंग सिस्टम के जरिए दूसरी कारों, ग्राहक और सेंट्रल ऑफिस से जुड़ी होती हैं.
दुनिया मुट्ठी में
यूजर के लिए शेयरकॉनोमी का मतलब है स्मार्टफोन तकनीक का एक और शानदार इस्तेमाल. भविष्य में स्मार्ट फोन और जटिल कामों में मदद कर सकेगा.
स्मार्ट और सुरक्षित
टेलीफोन सिर्फ इंटेलीडजेंट नहीं हो रहे, वे सुरक्षित भी हो रहे हैं. यह स्मार्ट फोन एक सिक्यूरिटी सॉफ्टवेयर के साथ है. इससे फोन टैपिंग असंभव बन जाती है.
टेस्टिंग
मेले के दौरान ही टेलीफोन, मेसेज की सुरक्षा की जांच कर ली जाती है. जर्मन चांसलर ने फोन पर क्या कहा या क्या एसएमएस लिखा, यह कड़ी सुरक्षा के घेरे में बंद है.
अतिथि देश
इस बार सेबिट में अतिथि देश पोलैंड है. इसके प्रधानमंत्री डोनाल्ड टस्क ने जर्मन कांसलर मैर्केल के साथ आईटी ब्रांच की नई तकनीक के बारे में जानकारी ली.
बड़ी हार्ड ड्राइव
कंप्यूटर तो छोटे होते जा रहे हैं लेकिन इसमें डेटा सुरक्षित की क्षमता बढ़ती जा रही है. इसके भी जगह चाहिए. हनोवर में आईबीएम की अलमारी जितनी बड़ी हार्ड ड्राइव.
बेहतर और तेज
यह सर्वर रिटाल आईटी का है. तेजी से बेहतर होती तकनीक से निश्चित ही आने वाले सालों में कंप्यूटर की क्षमता बढ़ेगी..