1. कंटेंट पर जाएं
  2. मेन्यू पर जाएं
  3. डीडब्ल्यू की अन्य साइट देखें

सिनसिनाटी में शारापोवा के सामने ट्रॉफी और क्लाइस्टर्स

१५ अगस्त २०१०

सिनसिनाटी ओपन के फाइनल में रूस की मारिया शारापोवा का मुकाबला किम क्लाइस्टर्स से. शारापोवा को फाइनल में पहुंचने के लिए ढाई घंटे तक पसीना बहाना पड़ा. एना इवानोविच की चोट ने क्लाइस्टर्स का रास्ता साफ किया.

https://p.dw.com/p/OoIP
तस्वीर: AP

कभी दुनिया की नंबर एक प्लेयर रही मारिया शारापोवा की हालत उन्हीं के देश की एक नई खिलाड़ी ने खस्ता कर दी. सेमीफाइनल में 19 साल की एनास्तासिया पावल्यूशेंकोवा ने शारापोवा को कड़ी टक्कर दी. मैच ढाई घंटे तक चला, आखिकार शारापोवा की 6-4, 3-6, 6-2 से जीत हुई. जीत के बाद रूसी स्टार ने कहा, ''मैंने खेल के दौरान ही कई चीजें बदलीं. मैंने वाकई में पावल्यूशेंकोवा को मैच में वापसी का मौका दिया.''

शारापोवा भाग्यशाली रहीं. उन्होंने 40 अनफोर्स्ड गलतियां की, जबकि पावल्यूशेंको ने सिर्फ 35 बार ऐसी चूक की. मैच के बाद पावल्यूशेंकोवा ने कहा, ''मैंने इस बार बहुत टेनिस खेला. यह मुकाबला काफी कड़ा रहा और मैं थकने लगी थी.''

Tennisspielerin Ana Ivanovic Serbien
चोटिल हुई एना इवानोविचतस्वीर: AP

दूसरे कोर्ट पर जीत शारापोवा की कड़ी प्रतिद्वंदी किम क्लाइस्टर्स की हुई. उनका सामना सर्बिया की एना इवानोविच से हुआ. एक फोरहैंड रिर्टन में इवानोविच के पांव में चोट लगी और फिर मैच के 12वें मिनट में ही वह दर्द से कराहने लगी. इसके बाद इवानोविच ने मैच बीच में ही छोड़ने का एलान किया और किम क्लाइस्टर्स को बिना थके फाइनल में पहुंचने का मौका दे दिया. इवानोविच ने कहा, ''मुझे अचानक लगा कि कोई चीज क्रैक हुई. मेरे पांव में इतना दर्द शुरू हो गया कि मुझसे चला भी नहीं गया.''

बहरहाल अमेरिकन ओपन से पहले अब असली मुकाबला शारापोवा और किम क्लाइस्टर्स के बीच है. क्लाइस्टर्स अक्सर मारिया पर भारी पड़ी है. लेकिन शारापोवा भी लंबे समय से खिताबी जीत के लिए तरस रही हैं.

रिपोर्ट: एजेंसियां/ओ सिंह

संपादन: महेश झा