सितारों के नीचे एक बिस्तर सपनों का
१९ अगस्त २०१०1970 के दशक में जर्मन पॉप गायक युरगन ड्रेव्स ने अनाज के खेतों में सोने का एक गीत लिखा था. तब ये गाना सुनने वाले कल्पना में ड्रेव्स के साथ खेतों में सोया करते थे. अब चार दशक बाद बहुत से लोग सचमुच पुआल के बिस्तर पर खुले आसमान के नीचे रात गुजार सकते हैं. मोनिका फ्रित्स कहती है, "2000 की गर्मियों में मैं सोच रही थी कि छुट्टियां बिताने कहां जाऊं तभी मैंने रेडियो पर अनाज के खेत में एक बिस्तर (आइन बेट इन कॉर्नफेल्ड) सुना और मैं सोचने लगी कि मैं कभी खेत में क्यों नहीं सोई."
कुछ ही दिनों में यह सवाल एक विचार में बदला और फिर एक परियोजना में. विश्वविद्यालय में होम इकोनॉमिक्स पढ़ने वाली मोनिका फ्रित्स ने बवेरिया प्रांत के लोवर फ्रांकोनिया इलाके के बाड कीसिंगेन में अगली ही गर्मियों में इस परियोजना को अमल में ला दिया. दोस्तों और परिचितों ने कहा, वह पागल हो गई है, लेकिन मोनिका अपने विचार पर अडिग थी.
यह होटल गर्मियों में सिर्फ दो हफ्ते के लिए खुलता है, उसके बाद गेहूं की फसल कटने लगती है. मेहमान गेहूं की फसल के बीच रात खुले आसमान के नीते नील गगन को निहारते गुजारते हैं. इस बीच नौ साल हो गए हैं. 42 वर्षीया मोनिका फ्रित्स को कोई मलाल नहीं है और न ही ग्राहकों की कमी की शिकायत. इस ओपन एयर होटल में 20 सोने के इलाके हैं. उनमें से हर एक में चार लोग सो सकते हैं. खासकर वीकएंड में उसके लिए मार होती है. सस्ता होने की वजह से भी. हर रात की कीमत 3 से 7 यूरो है. मोनिका फ्रित्स कहती है, "यह मौसम पर निर्भर करता है." लेकिन ऐसे भी लोग होते हैं जो बारिश होने पर भी खेत में ही रहते हैं. इटली के मिलान से आए एक जोड़े ने हाल में ऐसा ही किया.
प्राकृतिक पर्यटन को बढ़ावा देनेवाली संस्था ना टूअर उंड गास्ट के अध्यक्ष ऑटो फुंक कहते हैं, "प्रकृति का अनुभव करना लोगों को आकर्षित करता है." 66 वर्षीय फुंक किसान हैं और 8 बच्चों के पिता है. वे अपने एक खेत में मोनिका फ्रित्स के साथ यह होटल चलाते हैं. हर सुबह वे चैंबरमेड की भूमिका में होते हैं और पुआल ठीक कर नया बिस्तर बनाते हैं. उनका कहना है कि लोग प्रकृति को समझना सीखते हैं, "कितनी बार किसी आदमी को पुआल और मिट्टी सूंघने का मौका मिलता है."
12 वर्षीया हाना बूखमन कहती है कि उसे बाहर सोना अच्छा लगता है तो 11 साल के मानुएल म्यूलर को साफ हवा पसंद है. कहता है, "बेडरूम अक्सर घुटन भरा होता है, यहां आप जानवरों की आवाज सुन सकते हो."
इलाके के होटल मालिकों को ओपन एयर होटल से कोई समस्या नहीं है, वे इसे अनचाहा प्रतिद्वंद्वी नहीं मानते. बवेरियन होटल और रेस्तरां संघ की जिला इकाई के प्रमुख हाइन्त्स श्टेम्फ्ले कहते हैं, "मैं समझता हूं कि यह अच्छा है. यह बाड कीसिंगेन को जीवंत बनाता है."
बाड कीसिंगेन का ओपन एयर होटल जर्मनी का अकेला अलग प्रकार का होटल नहीं है. गेहूं के खेत में न सही, लेकिन देश में ऐसे और भी अजीबोगरीब होटल हैं. जर्मनी की सर्वोच्च चोटी सूगश्पीत्से पर एक इग्लू होटल है. अलगॉय क्षेत्र में स्थित इस होटल में ऐसे लोग जिन्हें ऊंचाई से डर नहीं लगता, लोहे के मजबूत छल्लों की मदद से कसे तंबुओं में रात गुजार सकते हैं. और सेक्सनी प्रांत के नाइसेआउए में पेड़ के ऊपर बना एक होटल है जो अपने को देश का अकेला ऐसा होटल होने का दावा करता है.
रिपोर्ट: डीपीए/महेश झा
संपादन: आभा एम