सामाजिक कार्यकर्ताओं की जांच पर एफबीआई की आलोचना
२१ सितम्बर २०१०रक्षा मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने एक रिपोर्ट में कहा है कि एफबीआई "आतंकवाद" के नाम पर इन संगठनों की जांच कर रहा था. एफबीआई ने इन संगठनों के कार्यों को आंतकवाद का नाम दिया हालांकि एफबीआई के पास अपनी जांच को उचित ठहराने के लिए ठोस सबूत नहीं थे. रिपोर्ट के मुताबिक एफबीआई ने शांति और युद्ध के खिलाफ एक रैली की तहकीकात के बारे में कांग्रेस को गलत जानकारी दी थी. एफबीआई के बयान के तहत उसने रैली पर निगरानी रखी और बताया कि ऐसा आतंकवाद के डर की वजह से किया जा रहा है.
रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि एफबीआई ने पर्यावरण संरक्षण के लिए काम कर रहे संगठन ग्रीनपीस के कुछ कार्यकर्ताओं को आतंकवादी सूची में शामिल किया जबकि उनके खिलाफ ऐसा करने के लिए सबूत काफी नहीं थे. संगठन के सदस्य अमेरिकी राज्य टैक्सस में दो बड़ी कंपनियों के खिलाफ प्रदर्शन करने की योजना बना रहे थे.
रिपोर्ट के अनुसार एफबीआई ने अमेरिकी कार्यकर्ताओं की जासूसी की, जो गलत है क्योंकि प्रदर्शनों में हिस्सा लेना अमेरिकी संविधान के खिलाफ नहीं है. साथ ही एफबीआई ने अहिंसक प्रदर्शनों को भी आतंकवाद समझा. एफबीआई प्रवक्ता पॉल ब्रेसन ने इन आरोपों को खारिज किया है और कहा है कि रिपोर्ट में ऐसी किसी एक घटना के बारे में भी नहीं कहा गया है जिससे पता चलता हो कि एफबीआई किसी एक व्यक्ति या संगठन की तहकीकात कर रहा है. रिपोर्ट में राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर खतरों की छानबीन को लेकर कोई सुझाव नहीं दिए गए हैं.
रिपोर्टः एजेंसियां/एमजी
संपादनः एस गौड़