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सहवाग पर भारी पड़े शोएब और आमेर

२० जून २०१०

पाकिस्तान के खिलाफ खेली वीरेंद्र सहवाग ने अपनी धीमी वनडे पारी. शोएब अख्तर और मोहम्मद आमेर की गेंदबाजी ने वीरू और उनके बल्ले को अभूतपूर्व ढंग से खामोश रखा. रज्जाक ने पारी का अंत ही कर दिया.

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तस्वीर: AP

टेस्ट, वनडे या टी-20 में गेंदबाजों के छक्के छुड़ा देने वाले सहवाग पाकिस्तान के खिलाफ एकदम उलटे रंग में नजर आए. आम तौर पर किसी भी गेंदबाज को न बख्शने वाले वीरू शोएब अख्तर और मोहम्मद आमेर के सामने एक-एक रन बनाने के लिए संघर्ष करते नजर आए. यह पहला मौका है जब सहवाग ने इतने धीमे खेलते हुए वनडे मैच में 32 गेंदों पर सिर्फ 10 रन बनाए हैं.

दाम्बुला में उन्होंने शोएब की नौ गेंदों का सामना किया. इस दौरान वीरू बिलकुल सहज नहीं दिखे. शोएब की नौ गेदों पर वह सिर्फ तीन रन बना सके. आठ गेंदे तो मेडन रहीं. मोहम्मद आमेर ने भी वीरू के बल्ले को रनों के लिए तरसा कर रख दिया. आमेर की 18 गेंदों पर सहवाग ने पांच रन बनाए. 17 गेंदे बेकार चलीं गईं.

Shoaib Akhtar Mai 2009
तस्वीर: AP

पाकिस्तानी पेस बैटरी के खिलाफ बल्लेबाजी का जलवा दिखाया रैना, रोहित शर्मा और हरभजन सिंह ने. हालांकि रोहित 22 रन ही बना सके. लेकिन उन्होंने शोएब की आग उगलती गेंदों पर करारे शॉट मारे. रैना और भज्जी ने शोएब के साथ मोहम्मद आमेर की भी जमकर कुटाई की. भज्जी ने दोनों की गेंदों पर छक्का जड़ते हुए 100 के स्ट्राइक रेट से ऊपर रन मारे. इन दोनों के खिलाफ रैना का स्ट्राइक रेट भी सौ के पार रहा.

वैसे सहवाग ने लंबे वक्त बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी की है. इसलिए क्रिकेट पंडितों का कहना है कि वीरू को कुछ समय लगेगा. एक बार रंग में आते ही वह शोएब और आमेर के सामने खुलकर खेलने लगेंगे. एशिया कप के मैचों को अगले साल होने वाले वर्ल्ड कप की तैयारी के रूप में देखा जा रहा है. ऐसे में सभी टीमों की निगाहें सहवाग जैसे बल्लेबाज को काबू में करने के तरीके ढूंढने पर लगी हुई हैं.

रिपोर्ट: एजेंसियां/ओ सिंह

संपादन: एन रंजन