सर्वोच्च यूरोपीय अदालत ने इंटेल पर अरबों का जुर्माना ठुकराया
६ सितम्बर २०१७यूरोप की सर्वोच्च अदालत यूरोपीय कोर्ट ऑफ जस्टिस ने चिप बनाने वाली प्रमुख अमेरिकी कंपनी इंटेल की अपील मान ली और यूरोपीय आयोग द्वारा उस पर किये गये 1.06 अरब यूरो के जुर्माने वाले मामले को सुनवाई के लिए फिर से निचली अदालत में भेज दिया है. अदालत के बयान में कहा गया है, "मामले को सामान्य कोर्ट में वापस भेजा जा रहा है ताकि वह इंटेल द्वारा रखी गयी दलीलों पर विचार कर सके."
यूरोपीय आयोग ने 13 मई 2009 को इंटेल पर कुछ सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिटों के लिए बाजार में अपने वर्चस्व का गलत इस्तेमाल करने के लिए रिकॉर्ड जुर्माना किया था. आयोग ने इंटेल पर आरोप लगाया था कि उसने 2002 से 2007 तक कंप्यूटर बनाने वाली कई कंपनियों के लिए विशेष रियायतों के जरिये एएमडी को बाजार के बेदखल करने की कोशिश की. शुरुआती मुकदमे में यूरोपीय संघ की अदालत ने जुर्माने की पुष्टि की थी.
अब अपने फैसले में यूरोपीय कोर्ट ऑफ जस्टिस ने इस बात को माना है कि विशेष रियायतें प्रतियोगिता में बाधा डालने का साधन हैं, लेकिन साथ ही कहा है कि यूरोपीय आयोग को एएमडी कंपनी पर हुए इसके असर की जांच करनी चाहिए थी. इसकी वजह से यूरोपीय संघ की अदालत को फिर से मामले की सुनवाई करनी होगी.
यूरोपीय आयोग का ये एंटी ट्रस्ट जुर्माना उस समय तक किसी कंपनी के खिलाफ किया गया सबसे बड़ा जुर्माना था. जून में अब आयोग ने गूगल पर 2.42 अरब यूरो का नया रिकॉर्ड जुर्माना किया है. यूरोपीय अदालत के फैसले को हाल के सालों में यूरोपीय आयोग द्वारा गूगल जैसी दूसरी टेक्नॉलजी कंपनियों पर किये गये भारी जुर्माने के मामलों के लिए भी महत्वपूर्ण माना जा रहा है.
एमजे/आरपी (डीपीए, एएफपी)