समंदर के अंदर 'स्ट्रीट व्यू'
१४ अगस्त २०१४अमेरिकी सरकार के वैज्ञानिक इस हफ्ते फ्लोरिडा में विशेष फिशआई लेंस को पानी के भीतर इस्तेमाल करना सीखने वाले हैं. उम्मीद है कि स्ट्रीट व्यू मैपिंग के प्रयोग से रिसर्च और मैनेजमेंट योजना देश भर के समुद्री अभयारण्यों में हो पाएगा. इस हफ्ते तक कुछ आवर्ती और विहंगम तस्वीरें ऑनलाइन देखी जा सकेंगी. यह एक तरह का स्कूबा डाइविंग होगा, जो कंप्यूटर के जरिए किया जा सकेगा.
अब तक करीब चार लाख तस्वीरें ऑस्ट्रेलियाई और कैरेबियाई पानी में मौजूद मूंगों के निकाले जा चुके हैं. लेकिन यह पहली बार है, जब इस तरह की तकनीक का इस्तेमाल अमेरिका के पानी में होगा. अमेरिका में निकाले जाने वाली तस्वीरों का इस्तेमाल अब तक जमा किए गए डाटा के विस्तार के लिए किया जाएगा. अधिकारियों का कहना है कि इससे वैज्ञानिकों को बढ़ते समुद्र के तापमान, प्रदूषण और तूफानों का मूंगों पर पड़ने वाले प्रभाव पर शोध करने में मदद मिलेगी.
अमेरिका के राष्ट्रीय समुद्री अभयारण्य के संरक्षण विज्ञान विभाग के प्रमुख मिचेल टार्ट के मुताबिक, "यह उन लोगों को समझने की इजाजत देता है जो पानी के भीतर नहीं जा सकते हैं. यह जानने के लिए कि हम विशेष स्पॉट पर विशेष संरक्षण क्षेत्र के क्या मायने समझते हैं."
बास्केटबॉल की आकार, तीन लेंस वाला कैमरा उसी तकनीक का इस्तेमाल करता है जिसका इस्तेमाल गूगल स्ट्रीट व्यू में किया गया है. कार की छत पर लगाए जाने के बजाय इस कैमरे को स्कूबा डाइवर पर बांधा जाता है. इसमें छोटी मोटर लगी होती है जो पानी के भीतर कैमरे को चलाने में मदद करती है.
एक घंटे की डाइव में हर कैमरा पानी के भीतर पारंपरिक फोटोग्राफी वाले उपकरण से 20 गुणा ज्यादा बड़े क्षेत्र की तस्वीर निकाल सकता है. यह तकनीक जीपीएस डाटा को भी रिकॉर्ड करती है और साथ ही तस्वीरों को जोड़ कर उसे 360 डिग्री में बना लेती है.
एए\एजेए (एपी)