सक्रिय होती प्रियंका
प्रियंका गांधी वाड्रा आज अपना 42वां जन्मदिन मना रही हैं. भले ही वह हमेशा चुनावी राजनीति से दूर रहने की बात करती आई हैं, लेकिन मां सोनिया गांधी का राय बरेली संसदीय क्षेत्र उनके जिम्मे है.
राय बरेली है तो सोनिया गांधी का चुनाव क्षेत्र लेकिन प्रियंका अक्सर यहां चुनाव प्रचार के लिए आती हैं. गांधी परिवार के लिए यह संसदीय क्षेत्र अहम है.
प्रियंका जब यहां आती हैं तो स्थानीय लोगों के साथ घुलती मिलती हैं. वे उनका ही हिस्सा हैं यह दिखाने के लिए उन्हें यहां पूजा पाठ करते भी देखा जाता है.
वे राय बरेली के विकास में खासी दिलचस्पी लेती हैं. वहां निर्माणकार्य कैसा चल रहा है इसका भी जायजा लेती हैं. तस्वीर में एम्स अस्पताल की शाखा के मॉडल को देखते हुए.
प्रियंका ने कई बार यह बात दोहराई है कि वह राजनीति से बाहर रह कर भी लोगों के साथ जुड़ी रह सकती हैं. यही वजह है कि वह लोगों से सीधे रूबरू होना पसंद करती हैं.
अपनी लोकप्रियता का लाभ उठाने राय बरेली के अलावा वह अपने भाई राहुल गांधी के निर्वाचन क्षेत्र अमेठी भी पहुंचती हैं. जनता को उनकी उपस्थिति काफी आकर्षित करती हैं.
अक्सर ऐसी अटकलें भी लगती रही हैं कि कांग्रेस पार्टी की कमान प्रियंका के हाथ में जा रही है. प्रियंका जवाब देने की जगह चुप रहना ज्यादा पसंद करती हैं.
प्रियंका 1991 से चुनाव क्षेत्रों में जा कर लोगों से मिल रही हैं. चुनाव प्रचार के दौरान उनकी तुलना दादी इंदिरा गांधी से भी की जाती है.
प्रियंका भले ही लोगों की चहेती हों, पर पति रॉबर्ट वाड्रा लंबे समय से भ्रष्टाचार के मामलों में फंसते रहे हैं. हालांकि इसका प्रियंका की छवि पर खास असर नहीं पड़ा है.
प्रियंका ने पहले दिल्ली के जीसस एंड मेरी स्कूल और फिर जीसस एंड मेरी कॉलेज से पढ़ाई पूरी की. वह साइकॉलोजी में स्नातक हैं.
प्रियंका के दो बच्चे हैं और वह बौद्ध धर्म का पालन करती हैं. उनके शांत व्यक्तित्व का चुनाव में भी फायदा होता है.