संसदीय समिति के सामने वकार और मोहसिन के अलग सुर
१३ अक्टूबर २०१०पाकिस्तान के खेल मामलों की संसदीय समिति एनएएससी के सामने दक्षिण अफ्रीका के साथ मुकाबले के लिए चुनी गई टीम के बारे में पूछे गए सवाल पर दोनों पूर्व खिलाड़ी एक दूसरे पर ही बरस पड़े. समिति के चेयरमैन इकबाल मोहम्मद अली ने बताया, "हां वकार यूनुस ने जरूर कहा कि चयनकर्ताओं या बोर्ड ने खिलाड़ियों का नाम तय करने से पहले उनसे मशविरा नहीं किया."
इकबाल ने बताया कि वकार ने ये भी कहा कि मिस्बाह उल हक को वनडे और टी-20 से हटाकर टेस्ट टीम का कप्तान बनाए जाने के बारे में भी ना तो उनसे पूछा गया और ना ही फैसला करने के बाद इसकी जानकारी दी गई.
इकबाल मोहम्मद अली ने कहा, "वकार की शिकायत है कि दक्षिण अफ्रीका के साथ होने वाली सीरीज के लिए उनकी पसंद को तरजीह नहीं देकर, कोच और कप्तान की राय की अनदेखी की गई जबकि मोहसिन खान कह रहे हैं कि टीम के लिए खिलाड़ियों का चुनाव बोर्ड के चेयरमैन के निर्देश के मुताबिक हुआ है."
सुनवाई में मौजूद रहे कुछ सूत्रों ने जानकारी दी है कि मोहसिन ने वकार की बात के जवाब में कहा कि उन्होंने खिलाड़ियों को चुनने से पहले हमेशा कोच और कप्तान से मशविरा किया है. मोहसिन का ये भी कहना है, "कप्तान के रूप में मिस्बाह का चयन बोर्ड के चेयरमैन का फैसला है उनका नहीं."
पिछले कुछ महीनों से पाकिस्तान की क्रिकेट टीम का चुनाव एक बड़े विवाद की वजह बन गया है. मुख्य चयनकर्ता हर विवादित फैसले को यह कह कर टाल जाते हैं कि बोर्ड चेयरमैन के निर्देश पर चुनाव हुआ है. मिस्बाह उल हक को वनडे से टेस्ट टीम का कप्तान बनाना भी इसी तरह का एक फैसला है जिसमें माना जा रहा है कि चेयरमैन बट ने अपनी दादागीरी दिखाई है. ऐसी तस्वीर उभर कर आ रही है जैसे चयनकर्ताओं के कंधे पर बंदूक रख कर गोली बोर्ड चेयरमैन एजाज बट चला रहे हों. इसके अलावा मुख्य चयनकर्ताओं पर भी उचित फैसला करने की बजाय बोर्ड चेयरमैन का कहा करने के आरोप लग रहे हैं. मैच फिक्सिंग और कुछ दूसरे विवादों के चलते एजाज बट पहले से ही आलोचकों के निशाने पर हैं.
रिपोर्टः एजेंसियां/एन रंजन
संपादनः महेश झा