1. कंटेंट पर जाएं
  2. मेन्यू पर जाएं
  3. डीडब्ल्यू की अन्य साइट देखें

संध्यारानी और बिमलजीत ने दिलाए पदक

१७ नवम्बर २०१०

चीन में चल रहे एशियाई खेलों में भारत की संध्यारानी देवी वांगखेम और बिमलजीत सिंह मयंगलमबम ने देश के लिए दो पदक और जोड़े. चीन की मार्शल आर्ट वूशू में बिमलजीत ने कांस्य पदक जीता जबकि संध्यारानी ने रजत पदक पक्का किया है.

https://p.dw.com/p/QBPC

एशियाई खेलों में भारत के लिए बुधवार का दिन अच्छा साबित हुआ. देश में न के बराबर प्रचलित खेल वूशू में बिमलजीत ने 60 किलोग्राम वर्ग में कांस्य पदक जीत लिया जबकि संध्यारानी ने इसी वर्ग में रजत पदक पर अपना दावा पक्का कर दिया है.

सेमीफाइनल में बिमलजीत ईरान के मोहसिन मोहम्मद सैफी से हारने के कारण रजत पदक से हाथ धो बैठे और उन्हें कांस्य पदक से ही संतोष करना पड़ा. इससे पहले 27 साल के बिमलजीत ने क्वॉटरफाइनल में लाओस के वालासित बाउफा को हराकर सेमीफाइनल में खेलना पक्का किया.

दूसरी ओर महिला वर्ग में संध्यारानी ने सेमीफाइनल में लाओस की पालॉय ब्रेखम को हराकर फाइनल में जगह बना ली. इसके साथ ही संध्यारानी ने कम से कम रजत पदक जीतना तय कर दिया. संध्यारानी ने ब्रेखम को 2-0 से हराया.

फाइनल में उनका मुकाबला ईरान की आजादपोर खदीजा से होगा. इसके पहले सोमवार को क्वॉटरफाइनल में संध्यारानी ने मोरिया मनालू को हराकर सेमीफाइनल में जगह बनाई थी.

रिपोर्टः पीटीआई/निर्मल

संपादनः ए कुमार

इस विषय पर और जानकारी को स्किप करें

इस विषय पर और जानकारी

और रिपोर्टें देखें