श्रीलंका को शिकस्त, इंग्लैंड सेमीफ़ाइनल में
१४ मई २०१०129 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी इंग्लैंड टीम के सलामी बल्लेबाज़ों ने धमाकेदार शुरुआत की. क्रेग कीज़वॉटर और माइकल लुम्ब ने खुल कर बल्लेबाज़ी की और गेंदबाज़ों को हावी होने का मौक़ा नहीं दिया. कीज़वॉटर और लुम्ब ने महज़ 8 ओवर में 68 रन जोड़ लिए और तभी से इंग्लैंड की जीत सुनिश्चित लगने लगी थी. हालांकि कीज़वॉटर को मलिंगा ने 39 रन के निजी स्कोर पर बोल्ड कर दिया. 29 गेंदों में 5 चौकों और 2 छक्कों की मदद से कीज़वॉटर ने 39 रन ठोंके.
लुम्ब का साथ देने के लिए आए केविन पीटरसन ने आतिशी खेल दिखाया और सिर्फ़ 26 गेंदों में 42 रन जड़ दिए. उन्होंने 3 चौके और 2 छक्के लगाए और आख़िर तक आउट नहीं हुए. वैसे कीज़वॉटर के आउट होने के बाद लुम्ब देर तक विकेट पर नहीं टिके और 4 चौकों और 1 छक्के की मदद से 33 रन बना कर परेरा की गेंद पर चलते बने. लेकिन पिच पर पीटरसन मौजूद थे और उनकी बल्लेबाज़ी के चलते इंग्लैंड ने चार ओवर रहते मैच को जीत लिया.
2010 के ट्वेंटी20 वर्ल्ड कप के पहले सेमीफ़ाइनल में श्रीलंका ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाज़ी करने का फ़ैसला किया. लेकिन विकेट लगातार गिरते रहे और उसके इस फ़ैसले पर सवाल खड़े होते गए. जयसूर्या ने 1 रन बनाया, जयवर्धने 10 रन ही जोड़ पाए, स्टार खिलाड़ी दिलशान की गाड़ी भी 9 रन पर रूक गई. 4.1 ओवर में ही श्रीलंका के तीन शीर्ष बल्लेबाज़ पैवेलियन लौट चुके थे.
कुमार संगकारा और एंजेलो मैथ्यूज़ ने पारी को संभालने की कोशिश की. संगकारा तो 16 रन ही बना पाए लेकिन मैथ्यूज़ टीम को सम्मानित स्कोर तक पहुंचाने की ठान चुके थे. उन्होंने कपूगदेरा के साथ भी उपयोगी साझेदारी की और श्रीलंका का स्कोर 100 के पार पहुंचाने में मदद की. मैथ्यूज़ ने 58 रन की ठोस पारी खेली जिसमें उन्होंने 3 चौके और 1 छक्का लगाया. श्रीलंका की टीम 6 विकेट के नुक़सान पर 20 ओवर में 128 रन ही बना पाई. इंग्लैंड की ओर से स्टुअर्ट ब्रॉड ने 2 विकेट, स्वान, साइडबॉटम ने और ब्रैसनन ने 1-1 विकेट लिया.
शुक्रवार को सेंट लूसिया में ऑस्ट्रेलिया और पाकिस्तान के बीच दूसरा सेमीफाइनल होना है.
रिपोर्ट: एजेंसियां/एस गौड़
संपादन: आभा मोंढे