श्टुटगार्ट की सैर
मर्सिडीज और पोर्शे जैसी बड़ी कार कंपनियों के नाम जर्मनी के इस शहर से जुड़े हुए हैं. ना केवल ये महंगी कारें लोगों का दिल जीतती हैं, बल्कि श्टुटगार्ट की खूबसूरती भी सब को अपनी ओर खींचती है.
हरियाली के बीच
श्टुटगार्ट पहाड़ियों और अंगूर के बागानों के बीच बसा है. इस छोटे से शहर में हमेशा से निर्माण होता रहा है. यही वजह है कि यहां ऐतिहासिक और आधुनिक इमारतों का मिश्रण देखने को मिलता है.
पोर्शे म्यूजियम
कार कंपनी पोर्शे का मुख्यालय श्टुटगार्ट में ही है. 2009 में यहां पोर्शे म्यूजियम खोला गया. यहां कारें बस दूर से देखने के लिए खड़ी ही नहीं रहती, बल्कि इन्हें चला कर भी दिखाया भी जाता है.
मर्सिडीज बेंज म्यूजियम
इसी तरह यहां मर्सिडीज का म्यूजियम भी है. इस जगह मर्सिडीज के 125 साल पुराने इतिहास को देखा और समझा जा सकता है. यहां 1800 त्रिकोणीय खिड़कियां लगी हैं और सब एक दूसरे से अलग हैं.
महल के बगीचे में
यह महल शहर के बीचोबीच है. गर्मियों में पूरे शहर के लोग इसके बगीचे में आ कर बैठना और आराम करना पसंद करते हैं. 50 के दशक में यहां एक होटल हुआ करता था. अब यहां वित्त मंत्रालय है.
पुराना महल
400 साल तक वुर्टेमबर्ग का शाही खानदान इसी महल में रहा करता था. यहां 16वीं सदी के पुनर्जागरण काल की झलक मिलती है. आज इसे भी म्यूजियम में तब्दील कर दिया गया है.
शाही अंदाज
19वीं सदी के शाही अंदाज में बनी यह इमारत सभाओं के लिए बनाई गई थी. इसके ठीक पीछे एक पांच मंजिला शॉपिंग सेंटर है. कांच की इस इमारत को एकदम मॉडर्न लुक दिया गया है.
शॉपिंग सेंटर
श्टुटगार्ट के लोग हर रोज जर्मनी के 18 मीटर ऊंटे हॉल वाले सबसे खूबसूरत शॉपिंग सेंटर में सामान खरीदने जा सकते हैं. आर्किटेक्ट मार्टिन एलजेसर की डिजायन की हुई यह इमारत 1914 में बनी थी.
रेलवे स्टेशन
इसे 1928 में बनाया गया था. पिछले कुछ सालों से यह स्टेशन काफी चर्चा में रहा है. शहर के निवासी श्टुटगार्ट 21 नाम के प्रोजेक्ट के खिलाफ पर्यावरण संबंधी चिंताओं के कारण आवाज उठा रहे हैं.
सिटी लाइब्रेरी
2011 में बनी इस आलीशान इमारत में पांच लाख से ज्यादा किताबें हैं. यहां रात को भी आया जा सकता है.