वीडियो: रिटायर्ड बुजुर्ग की दोस्त पेंग्विन
११ मार्च २०१६चार साल पहले जोआओ पेरेरा डिसूजा को यह पेंग्विन रियो दे जनेरो के बीच पर तेल में लथपथ मिली थी. वह भूख से तड़प रही थी. और यहीं से शुरुआत हुई उनकी गहरी दोस्ती की. डिसूजा उसे प्यार से जिनजींग बुलाते हैं.
डिसूजा ने उसकी खूब सेवा की और वापस जिंदगी की रोशनी दिखाई. अब वह पेंग्विन करीब 5 हजार मील दूर से हर साल तैरकर डिसूजा के पास आ जाती है और छह से आठ महीने इसी इलाके में रहती है. वह हफ्ता भर या 15 दिन रहकर वापस पानी में चली जाती है, और कुछ दिन बाद फिर वापस आ जाती है. दोनों का प्यार गहरा है.
डिसूजा मानते हैं कि 2011 में जब उन्होंने उसे अपने घर के बाहर पाया था तभी से पेंग्विन ने उनके साथ गहरा रिश्ता बना लिया. एक हफ्ते तक वह उसके तेल में डूबे पंखों को नहलाते रहे, साफ करते रहे. रोज उसे खाने को मछली दी, और स्वस्थ हो जाने पर उसे वापस समुद्र में छोड़ आए. लेकिन ऐसे पक्के रिश्ते इतनी आसानी से नहीं टूटते. पेंग्विन ने उनका दामन लगता है हमेशा के लिए थाम लिया है.
पेंग्विन करीब 25 साल तक जिंदा रहती हैं. वे अपने साथियों के साथ भी वफादारी के लिए जानी जाती हैं. जीवनपर्यंत वे एक ही साथी के साथ रहती हैं. हालांकि पर्यावरण परिवर्तन का इस जीव पर भी भारी असर पड़ा है. अक्सर खाने की तलाश में वे हजारों मील तक तैर जाती हैं. ब्राजील के समुद्र तटों पर ऐसे समुद्री जीवों के बह कर आने की घटनाएं आम हैं.
(जानवर कई बार ऐसी दोस्ती निभाते हैं कि इंसान शर्म से पानी पानी हो सकता है. एक नजर ऐसी दोस्तियों पर)
एसएफ/आरपी