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वीडियो: बलात्कारियों का देश बनता भारत

३ मई २०१६

22 साल की युवती को जबरन उठाकर यौन उत्पीड़न करने वाले आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार किया. यह घटना भारतीय समाज के मुंह पर तमाचे की तरह है.

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तस्वीर: Reuters

यह इंसानों का देश है या वासना में डूबे जानवरों का, जहां जिसका जो मन हो, वो करेगा. सीसीटीवी में कैद हुई अपहरण की कोशिश को देखकर ऐसे ही विचार मन में आते हैं. 23 अप्रैल की रात 22 साल की एक युवती अपने पीजी के बाहर गेट खोले जाने का इंतजार कर रही थी. इस दौरान एक युवक उसका पीछा करते हुए वहां पहुंचा. वहां से कुछ दोपहिया वाहन भी निकले. जैसे ही आवाजाही थोड़ी कम हुई आरोपी युवती पर झपटा. एक अन्य राहगीर महिला के सामने वो युवती को उठाकर एक कंस्ट्रक्शन साइट पर ले गया. वहां से गुजरने वाले भी तमाशा देखते रहे. युवती के मुताबिक वो कन्नड़ में चीखकर लोगों से मदद की गुहार करती रही, लेकिन आस पास कायर समाज से कोई मदद नहीं मिली.

घटना का वीडियो सीसीटीवी में कैद हो गया. इसके बाद सोशल मीडिया पर गुस्सा उबाल मारने लगा. दो मई को युवती ने पुलिस में शिकायत दर्ज की जिसके बाद आरोपी को गिरफ्तार किया गया. बेंगलूरू साउथ के डीसीपी लोकेश कुमार के मुताबिक, "हमने एक शख्स को गिरफ्तार किया है. उसका नाम अक्षय है. वह गुनहगार है."

लेकिन यह घटना साफ साफ दिखा रही है कि भारत में महिलाओं के लिए स्थिति कितनी खराब होती जा रही है. वो कहीं चलीं जाएं, वहां कोई न कोई वहशी उन्हें भोग मात्र की वस्तु समझ सकता है और नागरिक समाज उन्हें सुरक्षा देने में नाकाम है.