वियतनाम युद्ध का साया
शरीर के अलावा दिलों को चोट पहुंचाने वाले वियतनाम युद्ध के बावजूद अमेरिका और वियतनाम के संबंध सामान्य होते जा रहे हैं. अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा की वियतनाम यात्रा इसका सबूत है कि अच्छे रिश्तों के बावजूद जख्म बाकी हैं.
बीते युद्ध के घाव
युद्ध बीते दशकों बीत गए, लेकिन जख्म अभी पूरी तरह भरे नहीं हैं. युद्ध में इस्तेमाल रासायनिक हथियारों के कारण अभी भी वियतनाम के कई इलाकों में बहुत से बच्चे शारीरिक अक्षमताओं के साथ पैदा होते हैं.
जानलेवा कुहासा
इसके लिए पेड़ों के पत्ते गिराने के काम आने वाले एजेंट ऑरेंज जिम्मेदार हैं. अमेरिका ने इस रसायन का इस्तेमाल वियतनाम के जंगलों में इसलिए किया था कि विरोधियों को आसानी से देखा जा सके. इस चक्कर में इंसानों और जमीन को सालों के लिए प्रदूषित कर दिया गया.
पुनर्वास में देरी
अमेरिका ने अब तक हमले के शिकार हुए लोगों को कोई हर्जाना नहीं दिया है. यह जरूर है कि 2012 में उन्होंने मध्य वियतनाम में स्थित देश के सबसे रसायन प्रदूषित इलाके डानांग के भूतपूर्व सैनिक अड्डे की सफाई की थी.
घात लगाए मौत
एजेंट ऑरेंज के अलावा मिट्टी के नीचे दबे बम और बारूदी सुरंगें वियतनाम के लोगों की जिंदगी के लिए खतरा पैदा कर रहे हैं. बी52 युद्धक विमानों से की गई भारी बमबारी ने खासकर मध्य वियतनाम पर आपनी जानलेवा छाप छोड़ी है.
युद्ध अपराध
वियतनाम युद्ध के दौरान किए गए माई लाई जैसे नरसंहारों को भी भुलाया नहीं जा सकता. उस समय अमेरिकी सैनिकों ने 500 असैनिक लोगों की हत्या कर दी थी और उनकी झोपड़ियां और अनाज जला दिए. नरसंहार को छुपाने की कोशिश नाकाम रही.
लोगों के खिलाफ युद्ध
अब पता है कि माई लाई कोई अपवाद नहीं था. अमेरिका उस समय एक देश के खिलाफ नहीं, लोगों के खिलाफ लड़ रहा था. कम्युनिस्ट नेतृत्व वाले वियतनाम के खिलाफ युद्ध में अमेरिकी सैनिकों ने बार बार युद्ध अपराध किए.
साम्यवादी उत्तर की जीत
अमेरिका वियतनाम में पूरी तरह विफल रहा. 1975 में उत्तरी वियतनाम की पीपुल्स आर्मी ने अमेरिका समर्थित दक्षिण वियतनाम की सेना को हरा दिया. युद्ध खत्म होने के दो साल बाद ही अमेरिका ने लापता सैनिकों की खोज में पहला कूटनीतिक दल वियतनाम भेजा.