विनाशकारी गैर-परमाणु विस्फोट
परमाणु बम नहीं बल्कि दूसरे कई विस्फोटों ने हाल के सालों में दुनिया भर में खूब तबाही मचाई है. कभी आग, ईंधन या खौलते लिक्विड तो कभी दूसरे खतरनाक विस्फोटक.
मंदिर पर हमला
17 अगस्त 2015 को थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक में स्थित एक लोकप्रिय मंदिर पर हुए बम धमाके में कम से कम 20 लोगों की मौत हो गई. यह ब्रह्मा का मंदिर था जिसका निर्माण 1956 में हुआ. यह हिंदू और बौद्ध श्रद्धालुओं का बैंकॉक में पसंदीदा पर्यटन था.
तियानजिन गोदाम विस्फोट
12 अगस्त 2015 को चीन की पोर्ट सिटी तियानजिन में खतरनाक रसायनों और गैसों वाले गोदाम में दो विस्फोट हुए. इनमें से एक विस्फोट तो 21 टन टीएनटी के फटने के बराबर बताया गया. कुल मिलाकर 114 लोगों की जान गई और 500 से अधिक लोग घायल हुए.
लाक मेगांटिक ट्रेन धमाका
6 जुलाई 2013 को 73 टैंकों में कच्चा तेल ले जा रही एक रेल कनाडा के लाक मेगांटिक शहर में पटरी से उतर गई. ट्रेन में आग लगी और फिर सारे तेल में फैल गई. दो बड़े धमाके हुए जिसमें 47 लोग मारे गए. शहर में घटनास्थल पर काफी बर्बादी हुई.
टेक्सास में ज्वलनशील फर्टिलाइजर्स
17 अप्रैल 2013 को टेक्सास की वेस्ट फर्टिलाइजर्स कंपनी में हुए धमाके और फिर आग से 15 लोगों की जान चली गई और 200 घायल हुए. अमेरिका के जियोलॉजिकल सर्वे ने इस धमाके की तीव्रता भूकंप की स्केल पर 2.1 के बराबर मापी.
रूसी सैनिक सामग्री धुएं में
सेंट्रल एशिया के डोंगुज टेस्ट साइट पर 8-9 अक्टूबर 2012 के बीच चार हजार टन सैन्य गोला बारूद में विस्फोट हुआ. पास के दो शहरों से लोगों को खाली करवा लिया गया था लेकिन 40 किलोमीटर दूर तक विस्फोटों की धमक महसूस हुई.
जापान में आग के गोले
11 मार्च 2011 को जापान के तोहोकू में 8.9 तीव्रता का भूकंप आया, जिसके कारण वहां के कई रसायन और तेल के गोदाम नष्ट हो गए. चीबा के कॉस्मो आयल रिफाइनरी में लिक्विड उबलकर वाष्प बन गया और आसमान में आग के गोलों के रूप में दहकता दिखा.
सबसे बुरा पटाखा विस्फोट
13 मई 2000 को डच शहर एनशेडे में एक पटाखा फैक्ट्री में विस्फोट से 23 लोगों की जान चली गई. यह यूरोप में पटाखों के कारण होने वाला अब तक का सबसे बुरा हादसा है, जिसमें 947 लोग घायल भी हुए थे. आसपास के सैकड़ों घर नष्ट हो गए.