1. कंटेंट पर जाएं
  2. मेन्यू पर जाएं
  3. डीडब्ल्यू की अन्य साइट देखें

विकीलीक्स पर अमेरिका की त्योरियां चढ़ीं

२८ नवम्बर २०१०

विकीलीक्स ने ढाई लाख से ज्यादा संवेदनशील कूटनीतिक संदेशों को अमेरिकी विरोध के बावजूद जारी कर दिया है जिससे दुनिया में हड़कंप मच गया है. अमेरिका इस खुलासे से बेहद नाराज है. कई लोगों की जान को खतरा बताया है.

https://p.dw.com/p/QKYh
तस्वीर: picture alliance/dpa

अमेरिका में एक सांसद ने तो विकीलीक्स के संस्थापक पर मुकदमा चलाने की मांग की है. व्हाइट हाउस ने खुफिया जानकारी के सार्वजनिक किए जाने को गैरजिम्मेदारना और खतरनाक करार दिया. वैसे तो विकीलीक्स ने ढाई लाख से ज्यादा संदेशों को सार्वजनिक करने की बात कही है लेकिन फिलहाल यूरोप के कुछ अखबारों और न्यू यॉर्क टाइम्स अखबार में कुछ चुनिंदा संदेश ही छपे हैं.

व्हाइट हाउस के प्रवक्ता रॉबर्ट गिब्स ने बताया, "मैं साफ शब्दों में कहना चाहता हूं कि इस तरह के खुलासे से राजनयिकों, खुफिया अधिकारियों और ऐसे लोगों की जान खतरे में पड़ सकती है जो लोकतंत्र के प्रसार और खुली सरकार के गठन में अमेरिकी मदद चाहते हैं."

NO FLASH Wikileaks Logo
तस्वीर: picture-alliance/dpa

डेमोक्रेट पार्टी के सीनेटर जॉन कैरी ने भी जानकारी सार्वजनिक करने के इस फैसले को लापरवाही भरा और लोगों की जान को खतरे में डालने वाला बताया है. कैरी ने जूलियन असांजे के उस दावे को खारिज कर दिया है जिसमें उन्होंने कहा कि वह लोगों के हितों में काम कर रहे हैं.

रिपब्लिकन पार्टी के सांसद पीटर किंग ने अटॉर्नी जनरल से अनुरोध किया है कि विकीलीक्स के संस्थापक जूलियन असांजे पर जासूसी का मुकदमा चलाया जाना चाहिए.

"ताजा खुलासा दिखाता है कि असांजे जानबूझकर आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में देश के हितों को चोट पहुंचा रहे हैं. वह इराक और अफगानिस्तान में गठबंधन सेना की सुरक्षा के लिए भी खतरा पैदा कर रहे हैं." पीटर किंग ने तो विकीलीक्स को विदेशी आतंकवादी संगठन करार दिया है.

वहीं अमेरिकी न्याय मंत्रालय के प्रवक्ता ने यह बताने से इनकार कर दिया है कि क्या अमेरिका असांजे के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज करने पर विचार कर रहा है. अभी सिर्फ इतना ही बताया गया है कि न्याय मंत्रालय रक्षा मंत्रालय पेंटागन की मदद कर रहा है.

रिपब्लिकन पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने बताया है कि विकीलीक्स का खुलासा अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा प्रशासन के लिए शर्मिंदगी का सबब है और यह खुफिया एजेंसियों की विफलता का प्रतीक है.

पेंटागन ने इस खुलासे की कड़े शब्दों में निंदा की है और कहा है कि संवेदनशील जानकारी की सुरक्षा के लिए कदम उठाए जा रहे हैं ताकि भविष्य में फिर ऐसा न हो. इससे पहले अगस्त में अफगानिस्तान में युद्ध से संबधित हजारों फाइलों को विकीलीक्स ने सार्वजनिक कर दिया था.

रिपोर्ट: एजेंसियां/एस गौड़

संपादन: ए जमाल

इस विषय पर और जानकारी को स्किप करें

इस विषय पर और जानकारी