वाराणसी धमाकाः देश में हाई अलर्ट
८ दिसम्बर २०१०गंगा के तट पर शाम को मंत्रों और घंटियों की आवाज गूंज रही थी कि एक जोरदार धमाका हुआ. धमाका गंगा आरती के फौरन बाद हुआ. ब्लास्ट के बाद अफरा तफरी मच गई और बदहवास लोग इधर उधर भागने लगे. एक चश्मदीद ने कहा, ''हम गंगा माई की आरती देखने जमा हुए थे. तभी एक तेज धमाका हुआ और हम लोग इधर उधर भागने लगे.'' अधिकारियों के मुताबिक धमाके के चलते एक बच्ची की मौत हो गई. उसकी उम्र एक साल थी. करीबन 35 लोग घायल हुए हैं. इनमें चार विदेशी पर्यटक भी शामिल हैं.
भारत में कई मीडिया संस्थानों को एक ईमेल भेजा गया है. ईमेल इंडियन मुजाहिद्दीन के नाम से भेजा गया है. इंडियन मुजाहिद्दीन ने धमाके की जिम्मेदारी ली है. वहीं धमाके के बाद देश भर में हाई अलर्ट कर दिया गया है. प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और गृह मंत्री पी चिदंबरम ने लोगों से शांति की अपील की है.
2006 में बनारस में धमाका हुआ था जिसमें 15 लोग मारे गए थे और 60 घायल हुए थे. इस साल भारत में यह दूसरा आतंकी धमाका है. 10 महीने पहले पुणे की जर्मन बेकरी को निशाना बनाने के बाद अब बनारस दहला है.
रिपोर्ट: एजेंसियां/ओ सिंह
संपादन: आभा एम