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वर्ल्ड कप फाइनल में खेलना सपना है: तेंदुलकर

१६ जून २०१०

महान बल्लेबाजों में शुमार किए जाने वाले और बेहतरीन पारियों से अपने प्रशंसकों की इच्छा पूरी करने वाले सचिन तेंदुलकर ने अब अपनी एक इच्छा साझा की है. उन्होंने कहा है कि वर्ल्ड कप के फाइनल में खेलना उनका सपना है.

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तस्वीर: AP

2011 का वर्ल्ड कप भारतीय उपमहाद्वीप में ही होना है और तेंदुलकर चाहते हैं कि रिटायरमेंट से पहले वह अपनी टीम के लिए वर्ल्ड कप जीतें. अगले साल वर्ल्ड कप की मेजबानी भारत, श्रीलंका, बांग्लादेश संयुक्त रूप से कर रहे है और तेंदुलकर चाहते हैं कि वह वर्ल्ड कप के फाइनल में खेलें.

Indischer Cricketspieler Sachin Tendulkar
तस्वीर: AP

"जहां तक वर्ल्ड कप की तैयारी की बात है तो यह एक प्रक्रिया है. हम सीधे 50वीं मंजिल पर नहीं कूदना चाहते. हमें ग्राउंड फ्लोर से शुरुआत करनी होगी. हमें एक एक कर कदम आगे बढ़ाना होगा लेकिन वहां तक पहुंचने की यात्रा में अपना रोमांच होगा. यह हमारा सपना है, सिर्फ मेरा नहीं बल्कि पूरे देश का. मुंबई में फाइनल में खेलने का आप सपना देखते हैं और उसे पूरा होने के लिए कई बातों का साथ आना जरूरी है."

एकदिवसीय मैचों और टेस्ट मैचों में सबसे ज्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड बनाने वाले तेंदुलकर मानते हैं कि अगर भारत अपनी क्षमता से खेलता है तो उसके फाइनल में पहुंचने की पूरी संभावना है. तेंदुलकर के मुताबिक अगर सभी ने अच्छा प्रदर्शन किया तो वह हो सकता है जिसका सब लंबे समय से इंतजार कर रहे हैं.

टेस्ट जगत में भारत नंबर एक टीम होने का तमगा पा चुका है लेकिन तेंदुलकर की नजर में इस सफलता से ज्यादा अहम उसे बरकरार रखना है. "नंबर एक होना विशेष उपलब्धि है, यह हमारा सपना था. पिछले 20 महीनों में हमने अच्छा खेल दिखाया. हर कोई नंबर एक पर पहुंचना चाहता है और इसलिए हम आराम से नहीं बैठ सकते. कई और देश हैं जो इस स्थान को हासिल करना चाहते हैं. यह हमारे लिए बड़ी बात है."

37 साल के सचिन तेंदुलकर ने उनके रिटायरमेंट की संभावनाओं पर पूछे गए सवालों का जवाब नहीं दिया. तेंदुलकर का कहना है कि जब उन्हें लगेगा कि वह अपने खेल का लुत्फ नहीं उठा पा रहे हैं तो क्रिकेट से संन्यास लेंगे. तेंदुलकर के मुताबिक वह तब तक खेलना चाहते हैं जब तक उनमें खेलने की इच्छा और भूख है.

रिपोर्ट: एजेंसियां/एस गौड़

संपादन: एन रंजन