लोगों की मदद से मेक्सिको में प्रकृति रक्षा
१९ मई २०१६सियान कान मेक्सिको को दक्षिणी छोर पर बसा बायोस्फेयर रिजर्वायर है जिसे 1987 में यूनेस्को ने विश्व धरोहर का दर्जा दिया. 5280 वर्गकिलोमीटर के इस रिजर्वायर में वैज्ञानिकों, छात्रों, मछुआरों और किसानों की मदद से पर्यावरण और जैविक विविधता संरक्षण के लिए 200 से ज्यादा परियोजनाएं लागू की गई हैं. पर्यावरण संगठन राजोनाटुरा के जीवविज्ञानी किम ले कूपर एक परियोजना के तहत इस बात की पड़ताल कर रहे हैं कि मछली पकड़ने के आधुनिक तरीकों का लॉब्स्टर और इकोसिस्टम पर क्या असर होता है. वे कहते हैं, "ये भयानक जीव हैं. मैंने सोचा भी नहीं था कि मैं अपनी जिंदगी के दस साल लॉब्स्टर पर काम करूंगा. लेकिन वे यहां के पर्यावरण का आवश्यक हिस्सा हैं और मछुआरे भी उनके सहारे जीते हैं."
किम ले कूपर का काम आसान नहीं है. वे हर लॉब्स्टर को एक नंबर से टैग करते हैं. इससे लॉब्स्टर को थोड़ा सा दर्द तो होता है लेकिन बाद में रिसर्च के लिए महत्वपूर्ण आंकड़े भी मिलते हैं. लॉब्स्टर रिजर्वायर से बाहर तक इलाके के बड़े हिस्से में घूमता है. जब उन्हें फिर से पकड़ा जाता है तो नंबर की मदद से उसके घूमने के रास्ते का पता किया जा सकता है और तय किया जा सकता है कि संरक्षण की कहां जरूरत है. प्राकृतिक फूड चेन में बहुत से दूसरे जानवरों के लिए लॉब्स्टर खाना भी है. अगर उनकी हालत ठीक रहेगी तो शार्क और स्केट जैसी मछलियों की तादाद भी बढ़ेगी.
नेट और अंडर वॉटर कैमरे की मदद से जीवविज्ञानी इस बात की जांच करते हैं कि यहां कौन से जानवर रहते हैं. जीवविज्ञानी किम ले कूपर बताते हैं, "सबसे अच्छा रहेगा शार्क को देखना. क्योंकि वे उसी आहार श्रृंखला का हिस्सा हैं जिसका हिस्सा लॉब्स्टर भी है. शार्क कभी कभी तो लॉब्स्टर को खाने के लिए कंक्रीट स्लैब के नीचे भी तैरते हैं. यदि हम शार्क को देख पाते हैं तो इसका मतलब होगा कि रीफ स्वस्थ है और लॉब्स्टर को पकड़े जाने से उसका नुकसान नहीं हुआ है."
और सचमुच, कैमरा यहां कई समुद्री जीवों को कैद करता है, उनमें कछुओं के अलावा शार्क भी है. ये मेसोअमेरिकन रीफ 1000 किलोमीटर लंबा है. बायो रिजर्वायर सियान कान में लॉब्स्टर पकड़ने के लिए मछुआरों की सहकारिता का सदस्य होना जरूरी है. यहां सक्रिय छह सहकारिताएं नियम और कीमत तय करती हैं. एक लॉब्स्टर औसत एक किलो का होता है. मछुआरे लॉब्स्टर बेचकर अच्छी कमाई कर लेते हैं. किम ले कूपर जैसे जीवविज्ञानियों ने इस इलाके में जो शोध किया है उससे पता चलता है कि कि समुद्र की हालत अच्छी है. इसकी वजह से सहकारिता को टिकाऊ मछलीपालन की मुहर भी मिली है. किम ले कूपर का मानना है कि शोध के अच्छे नतीजे निकले हैं और इन पर अमल करने से मछुआरों को और फायदा होगा.
बायोस्फेयर रिजर्वायर के अलावा यह जगह मेक्सिकन कैरिबिक का पर्यटन केंद्र भी है. बहुत से लोग यहां अच्छा खाना खाने आते हैं. यहां के मछुआरों की सहकारिता होटलों में अपना लॉब्स्टर 'चाके' नाम के लेबल के तहत बेचती है. लक्जरी होटल रोजवुड के शेफ खुआन पाब्लो लोसा को दूर के लॉब्स्टरों की तुलना में स्थानीय लॉब्स्टर ज्यादा पसंद हैं. वे कहते हैं, "लोग यहां प्रकृति की सुंदरता का आनंद लेने आते हैं. हम कम से कम ये तो कर ही सकते हैं कि उसका आदर करें. और चाके लॉब्स्टर इस इलाके के एकमात्र लॉब्स्टर हैं जो ताजा होने के साथ अच्छी क्वॉलिटी के भी हैं."
लॉब्स्टर के भंडार को बनाए रखने के लिए और इकोसिस्टम को सुरक्षित रखने के लिए पड़ोसी देशों में भी उन पर शोध करना होगा और उनकी रक्षा करनी होगी. किम ले कूपर का सपना है कि उनके बच्चे भी इस खूबसूरत इलाके को देखें. "यदि वे भी छोटे लॉब्स्टर, पॉयजन फिश, शार्क और दूसरी खूबसूरत चीजों को देख पाएं जो हमारी पीढ़ी देख रही है, तो मुझे संतोष होगा." ये इलाके में लॉब्स्टर को बचाने के टिकाऊ मॉडल की कामयाबी पर निर्भर करेगा.