लियू की बिना शर्त रिहाई की मांग
१३ अक्टूबर २०१०लियू की पत्नी लियू शिया अदालत के फैसले को हाई कोर्ट में चुनौती देने की भी योजना बना रही हैं. हॉगकांग के अखबार साऊथ चायना मॉर्निंग पोस्ट के साथ बातचीत में लियू ने कहा कि वह पति की रिहाई के बारे में कोई शर्त स्वीकार न हीं करेंगी.
लियू शियाओबो जेल में बंद हैं और नोबेल दिए जाने की घोषणा के बाद से उनकी पत्नी को भी पुलिस ने घर में नजरबंद कर दिया है. लियू को अदालत ने राज्य सत्ता को चुनौती देने के आरोप का दोषी ठहराते हुए सजा दी है. वह देश में लोकतांत्रिक अधिकारों की बहाली को लेकर लंबे समय से आंदेलन कर रहे हैं.
नोबेल पुरस्कार के लिए चुने जाने के बाद दुनिया भर के तमाम देशों ने चीन की सरकार से लियू को कम से कम पुरस्कार ग्रहण करने के लिए रिहा करने की मांग की है. हालांकि चीन की तरफ से इस बारे में अब तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है.
उनकी पत्नी ने कहा, "पति की रिहाई के बदले में हमें सरकार की कोई शर्त मान्य नहीं होगी. इसके अलावा हम लियू को सजा सुनाने वाले अदालत के फैसले को उच्च अदालत में जल्द चुनौती देने जा रहे हैं."
इस बीच लियू ने दिसंबर में पुरस्कार ग्रहण करने के लिए पत्नी से ओस्लो जाने को कहा है. हालांकि लियू की रिहाई के बारे में चीन सरकार का कोई फैसला सामने न आने के कारण अभी यह तय नहीं हो पाया है कि ओस्लो कौन जाएगा.
रिपोर्टः पाटीआई/निर्मल
संपादनः ए कुमार