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मंथन 135 में खास

ओेएसजे/आईबी२१ मई २०१५

सड़क किनारे बैठे एक रोबोट ने हमसे लिफ्ट मांगी, ये कोई कल्पना नहीं बल्कि सच्ची घटना है. मंथन में इसके साथ ही देखेंगे एक दुर्लभ चिड़िया की खोज.

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HitchBOT
तस्वीर: Reuters

मंथन 135 में खास

लोगों को लिफ्ट मांगते हुए तो आपने देखा होगा, लेकिन क्या कभी सड़क किनारे बैठे किसी रोबोट ने आप से लिफ्ट मांगी है? हिचबोट नाम का रोबोट यही कर रहा है. रोबोट इंटेलीजेंट होते जा रहे हैं और कनाडा में बनाया गया यह रोबोट कई भाषाएं बोल सकता है. लोगों से लिफ्ट मांग मांगकर यह जर्मनी में कई जगह घूम चुका है. हैम्बर्ग में हमने भी हिचबोट को लिफ्ट दी. आगे क्या हुआ, चलिए देखते हैं.

जर्मनी से चलते हैं अब पश्चिमी अफ्रीका की तरफ, जहां बीते साल इबोला ने दस हजार से ज्यादा लोगों की जान ली. अब धीरे धीरे यह बीमारी गायब हो रही है. हाल के समय में बहुत कम मामले सामने आए हैं. लेकिन वैज्ञानिक अब भी इसे गंभीरता से ले रहे हैं. इबोला के खिलाफ कई जगह वैक्सीन तैयार किए गए हैं. अफ्रीका के गैबॉन में वैक्सीन के पहले नमूनों का टेस्ट किया जा रहा है.

सेहत के बाद अब बात करते हैं बिजली की समस्या की. दुनिया के कई दूसरे देशों की तरह पाकिस्तान में भी बिजली का संकट है. देश की 40 फीसदी आबादी के पास बिजली नहीं है. अब एक राहत संस्था वहां महिलाओं को सोलर लैम्प मुहैया करा रही है, जो इन्हें लोगों को किराये पर देती हैं. लोगों की जिंदही में रोशनी लाने वाली इन महिलाओं को लाइट लेडी कहा जाने लगा है. हम बहावलपुर गांव की एक ऐसी ही लाइट लेडी से मिलने पहुंचे.

गौरैया कभी हर शहर में सबसे ज्यादा दिखने वाली चिड़िया होती थी. लेकिन धीरे धीरे प्रदूषण और कीटनाशकों के इस्तेमाल के कारण ये कई इलाकों से गायब हो गयी हैं. गौरैया जैसी ही एक चिड़िया है, एनैम्ब्रा वैक्सबिल. पश्चिमी अफ्रीका में इसके किस्से तो बहुत हैं, लेकिन ये इतनी दुर्लभ है कि शायद ही अब किसी को नजर आती है. दो फ्रेंच पक्षी विज्ञानी नदी के किनारे घास में रहने वाली इस चिड़िया को खोजने निकले. आइए इस खोज में हम भी उनके साथ चलते हैं

वॉल्ट डिजनी के किरदार सालों से हमारा मनोरंजन करते रहे हैं. डॉनल्ड डक की शुरुआत 1930 के दशक में हुई थी और अब यह दुनिया का सबसे मशहूर बत्तख है. बहुत से देशों के कार्टूनिस्ट आज भी पूरी शिद्दत से डॉनल्ड डक की कॉमिक्स पर काम करते हैं और एक दूसरे से बेहतर कहानियां बनाने की होड़ में रहते हैं. ऐसे ही एक कार्टूनिस्ट से मिलने हम पहुंचे नॉर्वे.

तो देखना ना भूलिए मंथन, शनिवार सुबह 11 बजे सिर्फ डीडी नेशनल पर.