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रोलांड कॉख की मुख्यमंत्री पद से विदाई

३१ अगस्त २०१०

जर्मनी के एक तेजतर्रार राजनीतिज्ञ ने राजनीतिक पटल से विदा ली. हेस्से प्रांत के मुख्यमंत्री रोलांड कॉख को एक समारोही विदाई समारोह और सैनिक सम्मान के साथ से विदा दी गई.

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तस्वीर: AP

सीडीयू राजनीतिज्ञ रोलांड कॉख पार्टी के उन युवा उम्मीदवारों में शामिल थे जिंहे पार्टी और देश का भविष्य समझा जाता था. वे 11 साल से हेस्से प्रांत के मुख्यमंत्री थे और अंगेला मैर्केल के चांसलर बनने से पहले उन्हें चांसलर पद का भी दावेदार माना जाता था. लेकिन पिछले चुनावों में समर्थन में भारी गिरावट के बाद उनकी चमक भी घटी और राजनीति से उनका मोह भी टूटा. हालांकि वे अपना पद बचाने में सिर्फ इसलिए सफल रहे कि विपक्षी एसपीडी बहुमत जुटाने में नाकामयाब रही और बहुमत जुटाने के चक्कर में पार्टी के विधायकों को ही नाराज कर बैठी.

राजनीति से संयास लेने का रोलांड कॉख का फैसला चौंकाने वाला था लेकिन प्रांतीय राजनीति अब इस जोशीले राजनीतिज्ञ को संतुष्ट नहीं कर पा रहा था. दक्षिणपंथी मतदाताओं में अत्यंत लोकप्रिय रोलांड कॉख आज औपचारिक रूप से इस्तीफा दे रहे हैं.

सोमवार को एक बड़े और भव्य समारोह में उन्हें विदा दी गई. राजनीति, आर्थिक और सामाजिक संगठनों के 500 से अधिक मेहमानों की उपस्थिति में 52 वर्षीय कॉख ने अपने 11 वर्षीय कार्यकाल के दौरान मिले समर्थन के लिए धन्यवाद दिया. समारोह में चांसलर अंगेला मैर्केल और पूर्व चांसलर हेल्मुट कोल भी शामिल हुए. चांसलर अंगेला मैर्केल ने राजनीति से संयांस लेने के कॉख के फैसले पर अफसोस व्यक्त किया. कभी अपना प्रतिद्वंद्वी कहे जाने वाले कॉख को अंगेला मैर्केल ने होमो पोलिटिकस बताते हुए कहा कि वे "उनकी रायों का सम्मान करती थीं और उन्हें उम्मीद है कि वह भविष्य में भी उनसे राय ले सकेंगी."

होमो पोलिटिकस सार्वजनिक हित के लिए काम करने वाले राजनीतिज्ञों को कहा जाता है. रोलांड कॉख अपनी सार्वजनिक रायों से अक्सर अपनी पार्टी प्रमुख को भी परेशान करते रहते थे. मैर्केल ने अपने मजाकिया भाषण में कहा कि कॉख राष्ट्रीय मामलों में आवश्यकता और उम्मीद से अधिक हस्तक्षेप किया करते थे. साथ ही उन्होंने यह भी जोड़ा कि "मैं जानती हूं कि मैं क्या कह रही हूं."

कॉख ने अपने भावुक भाषण में इस पर जोर दिया कि उन्होंने अपने पद का बहुत आनंद लिया लेकिन वे अपने पद से विदा होना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि राजनीतिज्ञों की सक्रियता तभी मायने रखती है जब वह अपनी छाप छोड़े और इसमें कभी कभी दूसरों को खरोंच भी लग जाती है. "उन घावों के लिए मैं माफी मांगता हूं," कॉख ने कहा.

मंगलवार को कॉख के औपचारिक इस्तीफे के बाद वर्तमान गृहमंत्री फोल्कर बूफियर के नेतृत्व में नई सरकार पद संभालेगी.

रिपोर्ट: एजेंसियां/महेश झा

संपादन: ओ सिंह