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रोमा के हौसले को 2-0 से तोड़ा बायर्न म्यूनिख ने

१६ सितम्बर २०१०

जर्मनी के टॉप फुटबॉल क्लब बायर्न म्यूनिख ने चैंपियन्स लीग के अपने पहले मैच में एएस रोमा को 2-0 से हरा दिया है. म्यूनिख ने अपने प्रयासों में निरंतरता बनाए रखी जिसका फायदा उसे मिला. आखिरी 11 मिनटों में उसने दो गोल दागे.

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तस्वीर: AP

पिछले सीजन की उपविजेता टीम बायर्न म्यूनिख ने गोल करने के करीब आधा दर्जन मौके गंवाए लेकिन उसने संयमित ढंग से हमले करना जारी रखा. इटली की एएस रोमा टीम के खेल को देखकर लगा मानो रक्षात्मक फुटबॉल खेलने की रणनीति बनाकर वह खेलने उतरी है और आखिर में उसे शायद इसी की कीमत हार से चुकानी पड़ी.

म्यूनिख के कोच लुइस फॉन गॉल ने मैच के बाद कहा, "रक्षात्मक ढंग से खेल रही विपक्षी टीम को हमने ज्यादा मौके नहीं दिए लेकिन 70 मिनट के बाद तो उनका दम ही निकल गया. रोमा जैसी टीम के 10 खिलाड़ी जब बॉल के पीछे खड़े हों तो हमें दरार डालने के लिए कुछ तो समय चाहिए ही. लेकिन हमने बिलकुल यही किया."

FC Bayern München gegen VfL Wolfsburg
थका दिया प्रतिद्वंद्वी कोतस्वीर: AP

75 मिनट से भी ज्यादा तक मैच में कोई स्कोर नहीं हुआ लेकिन जर्मनी के थॉमस म्यूलर ने 79वें मिनट में स्कोर लाइन बदल ही दी. कुछ ही देर बाद सब्सटीट्यूट खिलाड़ी के तौर पर उतरे मिरोस्लाव क्लोजे ने भी म्यूलर के प्रयासों को मजबूती देते हुए एक गोल और ठोंक दिया. स्कोर हो गया 2-0 जो बाद में निर्णायक साबित हुआ. आर्यन रोबेन घायल हैं जबकि फ्रांक रिबेरी निलंबित चल रहे हैं लेकिन बायर्न म्यूनिख ने इसका कोई नुकसान नहीं होने दिया और अहम अंक जुटा ही लिए.

मिडफील्डर बास्टियान श्वाइनश्टाइगर ने बताया कि मैच जीतने की सबसे बड़ी वजह टीम का संयम के साथ खेलना रही. "हमने उन्हें थका दिया और उन्हें दूसरे हाफ में और हमलों का सामना करना पड़ा. वे थक गए थे." वहीं रोमा के कोच क्लाउडियो रानियेरी का कहना है कि भले ही मैच का परिणाम कुछ और रहा हो लेकिन वह अपनी टीम के खेल से संतुष्ट हैं. रानियेरी के मुताबिक उनकी टीम को भी मौके मिले लेकिन म्यूनिख ने अपने मौकों को भुनाया जिसका उन्हें फायदा मिला.

रिपोर्ट: एजेंसियां/एस गौड़

संपादन: आभा एम