रोचक और ज्ञानवर्धक है हिंदी वेबसाइट
२८ मई २०१३सीधे लोकतंत्र की मिसाल नामक आलेख पढ़ कर बहुत अच्छा लगा. स्विट्जरलैंड का अपेंसेल शहर अपनी परंपरा को कायम रखे है, यह जानकर बहुत ही अच्छा लगा. छोटे शहरों में पंचायतों के लिए यह प्रथा बहुत अच्छी है, पर जब कभी भारत में इसके क्रियान्वयन के बारे में सोचता हूं तो लगता है कि यहां यह उचित नहीं होगी क्योंकि यहां की राजनीति में दुश्मन कब बन जाएं या कब किसी से दुश्मनी पैदा हो जाए. साक्षात ब्रह्मा भी नहीं जानते. उत्तम आलेख के लिए धन्यवाद.
उमेश कुमार यादव, लखनऊ
अपने पहले विदेश दौरे का पहला पड़ाव भारत को बनाने के बाद भारत के साथ रिश्तों को नई ऊंचाई पर पहुंचाने का संकल्प लेकर लौटे चीन के प्रधानमंत्री ली केचियांग का यह दौरा भारत-चीन रिश्तों में नया अध्याय बनेगा. इतना तय है कि उन्होंने काफी संभावनाएं जगाई हैं. भारत के साथ रिश्तों को सामरिक आयाम देने के नेक इरादे जाहिर करने वाले प्रधानमंत्री ली ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से बातचीत करने के बाद छात्रों की एक सभा में कहा कि संकट में दूर का रिश्तेदार नहीं, नजदीक का पड़ोसी ही काम आता है. उन्होंने प्रधानमंत्री सिंह के साथ बातचीत के बाद जारी साझा बयान में 2005 के समझौते का जिक्र कर यह इशारा किया है कि वह सीमा मसले के हल के लिए राजनीतिक पैमाना और मार्गदर्शक सिद्धांत पर फिर से बात करेंगे. इसलिए इस मसले पर बात करने के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार शिव शंकर मेनन को कुछ सप्ताह के भीतर चीन भेजने का फैसला काफी अहम है. चीन भारत के करीब आकर शायद अमेरिका और पाकिस्तान की बचैनी को भी बढ़ा दे. चीन से निपटने के लिए अमेरिका को भारत के सहारे की जरूरत है. यही वजह है कि सुरक्षा परिषद में स्थायी सीट के लिए अमेरिका भारत का समर्थक रहा है. कहना न होगा कि भारत और चीन के बीच संपन्न हुए आठ समझौते मील का पत्थर साबित होंगे.
रवि श्रीवास्तव, इंटरनेशनल फ्रेंडस क्लब, इलाहाबाद
आपकी वेबसाइट बहुत ही शानदार है. भारत में होकर भी हिंदी की ऐसी सुपरफास्ट साइट्स सामान्यतः देख पाना मुमकिन नहीं होता है. हिंदी की इतनी बढ़िया साइट के लिए बहुत बहुत बधाइयां.
सुबोध मेहरोत्रा
डॉयचे वेले का हिन्दी प्रसारण जब से शुरू हुआ है तब से मैं डॉयचे वेले का साथ दे रहा हूं. नई नई तकनीक आने के साथ साथ अनुष्ठान प्रसारण का रूप भी बदल रहा है. रेडियो के बदले आज इंटरनेट और टेलीवीजन पर डॉयचे वेले द्वारा प्रसारित कार्यक्रम की सारी जानकारियां उपलब्ध हैं. आपकी वेबसाइट बहुत ही रोचक और ज्ञानवर्धक है. जर्मनी के महान संगीतकार रिचार्ड वागनर के 200 जन्म तिथि के अवसर पर "जिसने बदल दिया संगीत" नामक प्रतिवेदन बहुत रोचक और आकर्षक लगा. संस्कृतियों के कार्निवाल का तो कोई जवाब नही. विज्ञान और पर्यावरण की ताजी जानकारी हर शनिवार आपकी साप्ताहिक मैगजीन शो 'मंथन' से प्राप्त करता हूं.
सुभाष चक्रवर्ती, नई दिल्ली
संकलनः विनोद चड्ढा
संपादनः मानसी गोपालकृष्णन