राजदूत भी जांच के दायरे में: अमेरिका
१० दिसम्बर २०१०अमेरिका के मिसीसीपी एयरपोर्ट पर मीरा शंकर की हाथ से तलाशी ली गई. मीरा शंकर ने साड़ी पहनी थी, जिसकी वजह से उन्हें लाइन से बाहर कर जांच के लिए अलग कर दिया गया. जांच के दौरान मीरा शंकर ने अपना परिचय दिया लेकिन इससे कोई फर्क नहीं पड़ा.
इस मामले पर जहां भारतीय विदेश मंत्रालय ने कड़ी प्रतिक्रिया जताई है, वहीं अमेरिकी अधिकारियों ने सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए इसे एक सामान्य प्रक्रिया कहा है. अमेरिकी परिवहन सुरक्षा प्रशासन के प्रवक्ता निकोलस किमबॉल ने कहा, ''उनकी जांच टीएसए की सुरक्षा नीतियों और मापदंडों के अनुसार की गई.''
किमबॉल के मुताबिक विचित्र वेश भूषा वाले यात्रियों की जांच अक्सर की जाती है. मीरा शंकर के मामले में भी यही हुआ. उन्होंने कहा कि तीन फीसदी यात्रियों की इसी तरह हाथों से जांच की जाती है. अगर कोई अकेले में जांच करवाना चाहता है तो उसे निजी कक्ष में ले जाया जाता है.
60 साल की मीरा भारत की सबसे वरिष्ठ राजदूतों में शामिल हैं. उन्हें एक मजबूत महिला समझा जाता है लेकिन एयरपोर्ट पर मौजूद लोगों ने बताया कि तलाशी के वक्त उनके चेहरे अपमानित किए जाने के भाव थे.
इस घटना के बाद भारतीय विदेश मंत्री एसएम कृष्णा ने कड़ा रुख अपनाते हुए कहा है कि मामले को अमेरिका के सामने उठाया जाएगा. कृष्णा के मुताबिक यह बात पूरी दुनिया को पता है कि राजनयिक समुदाय के लोगों की जांच किस तरह होती है और उनके साथ किस तरह से पेश आना चाहिए. हालांकि अब अमेरिकी प्रशासन मामले की जांच करने की बात कह रहा है. मिसीसीपी के गवर्नर के प्रवक्ता डेन टर्नर के मुताबिक घटना का पूरा ब्यौरा मंगाया गया है.
रिपोर्ट: एजेंसियां/ओ सिंह
संपादन: आभा एम