1. कंटेंट पर जाएं
  2. मेन्यू पर जाएं
  3. डीडब्ल्यू की अन्य साइट देखें

यूपी और उत्तराखंड में कमल खिला, पंजाब हाथ के साथ

११ मार्च २०१७

उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में धमाकेदार जीत दर्ज करने के बाद भारतीय जनता पार्टी जश्न में डूबी है. वहीं कांग्रेस के लिए पंजाब के नतीजे राहत लेकर आए हैं. गोवा और मणिपुर में किसी को साफ बहुमत नहीं मिला है.

https://p.dw.com/p/2Z1zX
Indien Auswertung der Wahlergebnisse Jubel
तस्वीर: Reuters/A. Abidi

पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनावों के लगभग सभी नतीजे आ गए हैं. डालते हैं एक नजर कौन कहां जीता.

उत्तर प्रदेश 

उत्तर प्रदेश में बीजेपी की आंधी चली है और उसे कुल 403 में 322 सीटें प्राप्त हुई हैं. लगता है राज्य में मोदी मैजिक के सामने कोई नहीं टिक पाया. समाजवादी पार्टी और कांग्रेस गठबंधन को सिर्फ 60 सीटों से संतोष करना पड़ा है. सबसे बड़ा नुकसान बीएसपी को हुआ जो सिर्फ 18 सीटों पर सिमट गई है. अन्य के खाते में तीन सीटें गई हैं. 

उत्तराखंड 

कांग्रेस के हाथ से उत्तराखंड निकल गया है. 70 सदस्यों वाली विधानसभा में भाजपा ने 56 सीटें जीतकर सत्ताधारी कांग्रेस को चित कर दिया है जिसे सिर्फ 12 सीटें नसीब हुई हैं. मुख्यमंत्री हरीश रावत तक को शिकस्त का मुंह देखना पड़ा है. दो सीटों पर अन्य उम्मीदवार जीते हैं.

Indien Wahlen Uttar Pradesh
तस्वीर: picture alliance/dpa/S. Kumar

पंजाब

पंजाब में कांग्रेस स्पष्ट बहुमत के साथ सरकार बनाएगी और उसने दस साल से राज्य में शासन कर रहे शिरोमणि अकाली दल-भाजपा गठबंठन को बाहर का रास्ता दिखा दिया है. 117 सदस्यों वाली विधानसभा में बहुमत का आंकड़ा 59 है जबकि कांग्रेस ने 76 सीटों के साथ शानदार जीत दर्ज की है. आम आदमी पार्टी 23 सीटों के साथ दूसरे स्थान पर है और शिरोमणि अकाली दल और बीजेपी गठबंधन को सिर्फ 18 सीटें मिली हैं.

गोवा

गोवा में किसी पार्टी को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला है. कांग्रेस को जहां सबसे ज्यादा 17 सीटें मिली हैं, वहीं भाजपा 14 सीटें जीत कर दूसरे स्थान पर है. आम आदमी पार्टी का राज्य में खाता नहीं खुल पाया. आठ सीटों पर अन्य उम्मीदवार जीते हैं जिनकी सरकार बनाने में अहम भूमिका होगी.

मणिपुर

पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर में सत्ताधारी कांग्रेस बहुमत के आंकड़े से चार सीट पीछे रह गई है. 60 सदस्यों वाली विधानसभा में उसे 27 सीटें मिली हैं जबकि भाजपा ने 23 सीटों के साथ पहली बार इतनी बड़ी कामयाबी पाई है. एक सीट वामपंथियों के खाते में गई है जबकि 9 सीटों पर अन्य उम्मीदवार जीते हैं.
एके/आरपी (डीपीए, एपी)

एके/आरपी