यूनेस्को के नए विश्व धरोहर स्थल
यूनेस्को ने हाल ही में विश्व धरोहरों की अपनी सूची में नई जगहों को शामिल किया. इस सूची का उद्देश्य दुनिया की सबसे महत्वपूर्ण सांस्कृतिक और प्राकृतिक चमत्कारों की ओर ध्यान आकर्षित करना है.
स्पाइशरश्टाट और कोंटरहाउस डिस्ट्रिक्ट
स्पाइशरश्टाट हैम्बर्ग का पहला विश्व धरोहर है. एल्बे नदी पर स्थित ये 15 गोदाम हैम्बर्ग के ऐतिहासिक नौवहन और औद्योगिक वास्तुकला के बेहतरीन नमूने हैं. युनेस्को ने इसके पास में ही स्थित कोंटरहाउस डिस्ट्रिक्ट को भी विश्व विरासत का हिस्सा माना है. यहां का चिलेहाउस जर्मन वास्तुकला के "ब्रिक एक्सप्रेशनिज्म" का सबसे कलात्मक और महत्वपूर्ण प्रतीक है.
पालेर्मो, सेफालु और मौनरियाल के कैथीड्रल
इटली की 50 यूनेस्को विश्व धरोहरों की लंबी सूची में अब अरब-नॉर्मन पालेर्मो (चित्र) और सेफालु और मौनरियाल के कैथीड्रल के रूप में एक और ऐतिहासिक स्थल का इजाफा हुआ है. ये 12वीं सदी के सिसिली के नॉर्मन राजवंश का प्रतीक है. यहां की वास्तुकला में पूर्वी और पश्चिमी संस्कृतियों की झलक मिलती है.
फ्रेंच विनयार्ड और तहखाने
फ्रांस के दो प्रसिद्ध वाइन इलाकों को विश्व धरोहरों की सूची में शामिल किया गया है. बरगंडी में कुछ खास इलाकों के विनयार्ड मध्य युग के समय से अंगूर की खेती करते आ रहे हैं. शम्पान्ये (ऊपर) के अंगूर के बागों, उत्पादन स्थलों और भूमिगत तहखानों को भी यूनेस्को ने इस बार विश्व विरासत का दर्जा दिया.
डेनमार्क के शिकार के मैदान
पार फोर्स शिकार के मैदान (ऊपर) में दो डिजाइनदार वुडलैंड शामिल हैं. इनको डेनमार्क के राजा और उनके मंत्रियों के शिकार के लिए डिजाइन करवाया गया था. ये 17वीं और 18वीं शताब्दी में वन क्षेत्रों में बरोक स्टाइल के सिद्धांतों के प्रयोग के बेहतरीन नमूने हैं. डेनमार्क की दूसरी साइट है 1773 में स्थापित क्रिश्टियान्सफेल्ड जो कि एक मोरावियन चर्च बस्ती है.
यूरोपीय औद्योगिक लैंडस्केप
नॉर्वे के रयूकान और नोटोडेन शहरों में स्थित औद्योगिक परिसरों के साथ-साथ ब्रिटेन के फॉर्थ ब्रिज (ऊपर) को भी विश्व धरोहरों की सूची में शामिल किया गया है. स्कॉटलैंड में फॉर्थ नदी के ऊपर बने इस पुल को पुल डिजाइन और निर्माण के क्षेत्र में महत्वपूर्ण मील का पत्थर माना जाता है.
डियारबाकिर का किला और इफेसस शहर
तुर्की के दो स्थलों को इस बार विश्व धरोहरों की सूची में शामिल किया गया है. इफेसस का प्राचीन शहर (ऊपर) इन में से एक है. यहां प्राचीन विश्व के सात आश्चर्यों में से एक रहे अरतिमिस के प्रसिद्ध मंदिर के कुछ अवशेष मौजूद हैं. इफेसस को रोमन बंदरगाह शहरों का उत्कृष्ट नमूना माना जाता है. डियारबाकिर का किला और हेवसल बागों को भी विश्व धरोहरों की प्रतिष्ठित सूची में जगह मिली.
इस्राएल और जॉर्डन के धार्मिक इतिहास
दूसरी शताब्दी में इस्राएल का बेट शेआरिम (ऊपर) येरूशलेम के बाहर सबसे महत्वपूर्ण यहूदी कब्रिस्तान था. यहां स्थित भूमिगत कब्रों के शिलालेख यहूदी धार्मिक संस्कृति के पुनरोत्थान का प्रमाण देते हैं. जॉन द बैप्टिस्ट के गृह एवं कार्य स्थल बेथनी बियोंड द जॉर्डन को भी युनेस्को ने विश्व विरासत घोषित किया.
ब्लू और जॉन क्राउन पर्वत श्रृंखला
ब्लू और जॉन क्राउन पर्वत श्रृंखला जमैका का पहला विश्व धरोहर है. यह पर्वत श्रृंखला वन्य जीवन से परिपूर्ण है. यहां कई लुप्तप्राय प्रजातियां मिलती हैं. इस जगह का अपना सांस्कृतिक महत्व भी है. यह स्थल मारून लोगों के इतिहास और गुलामी के खिलाफ उनकी लड़ाई से जुड़ा है.
सिंगापुर के बोटैनिक गार्डन
सिंगापुर को भी अपना पहला विश्व धरोहर मिला. सिंगापुर के बोटैनिक गार्डन को दुनिया के सबसे सुंदर और वैज्ञानिक रूप से महत्वपूर्ण वनस्पति उद्यानों में गिना जाता है. यहां 3000 से ज्यादा ट्रॉपिकल पौधों की प्रजातियां हैं. 150 साल पुराने इन बोटैनिक गार्डनों को देखने सलाना 40 लाख सैलानी आते हैं.
एशियाई विरासत
दक्षिण पश्चिम चीन के टुसी अवशेषों (ऊपर) को भी विश्व सांस्कृतिक खजानों की सूची में शामिल किया गया है. इस इलाके से कभी आदिवासी राजा दक्षिणी चीन पर शासन किया करते थे. टुसी अवशेषों के अलावा मंगोलिया के पवित्र बुर्खन पर्वत, कोरिया के बैक्जे राजवंश के पुरातात्विक स्थलों और जापान के मीजी काल के औद्योगिक स्थलों को भी इस सूची में शामिल किया गया है.
ईरान के प्राचीन विरासत
सूसा कभी ईरान के सबसे संपन्न शहरों में से एक था. यहां के अवशेष (ऊपर) सूसा के 5000 साल पुराने इतिहास की गाथा बयान करते हैं. ईरान के केर्मान में स्थित गुफाओं से भरे ऐतिहासिक मेयमांड गांव को भी विश्व धरोहरों की सूची में जगह मिली है.
टेक्सास के सैन एंटोनियो मिशनरी
टेक्सास में स्थित 18 वीं सदी के सैन एंटोनियो मिशन उपनिवेश काल की झलक देते हैं. यह स्पेनिश और मूल अमेरिकी संस्कृति के संगम का एक उदाहरण है. यह उत्तरी अमेरिका में स्पेनिश औपनिवेशिक काल के कला का सबसे बड़ा संग्रह है.