यूट्यूब पर पाबंदी से नाराज तुर्क नागरिक
२८ मार्च २०१४तुर्की के तकनीक मंत्री फिक्री इसीक ने कहा है कि राष्ट्रीय टेलिकॉम प्राधिकरण एहतियाती तौर पर यूट्यूब पर रोक लगा रहा है. हाल ही में सरकार की एक सुरक्षा बैठक की ऑडियो रिकॉर्डिंग यूट्यूब के जरिए लीक कर दी गई थी. लेकिन वीडियो शेयरिंग वेबसाइट पर सरकार की रोक लगने के बावजूद लोग यट्यूब पर जा पा रहे थे.
यूटयूब पर प्रतिबंध तब लगे जब तुर्की के विदेश मंत्री, खुफिया एजेंसी के प्रमुख और सैन्य प्रमुखों की बैठक के ऑडियो को इस वेबसाइट पर लीक कर दिया गया. इस बैठक में नेता तय कर रहे हैं कि क्या पड़ोसी देश सीरिया पर सैन्य कार्रवाई होनी चाहिए. सीरिया में अस्थिरता तुर्की के लिए भी काफी संवेदनशील मामला है. तुर्की विदेश मंत्रालय का कहना है कि बैठक में वह सीरिया की एक मजार पर हमले के बारे में बहस कर रहे थे. माना जाता है कि यह मजार तुर्की में उस्मानी शासक के समय की है. तुर्की के सैनिक इसकी रक्षा करते हैं.
प्रधानमंत्री एर्दोआन ने इसके खिलाफ अपना विरोध जताया है और कहा, "यह अनैतिक है, यह एक भद्दी हरकत है, शर्मनाक है." विदेश मंत्री अहमद दावतोग्लू ने कहा है कि यह जासूसी है और तुर्की गणतंत्र को युद्ध का आमंत्रण. अपने बयान में उन्होंने कहा कि इससे तुर्की की सुरक्षा को नुकसान पहुंच सकता है और जिम्मेदार लोगों को सजा दी जाएगी. इस बीच गूगल की प्रवक्ता आबी टेटन ने कहा है कि तुर्की में कुछ उपभोक्ता यूट्यूब का इस्तेमाल नहीं कर पाएंगे. यूट्यूब गूगल की वेबसाइट है. यूरोपीय आयोग की उपाध्यक्ष नीली क्रूस ने तुर्की के इस कदम को निराशाजनक बताया है. इस बीच यूट्यूब और ट्विटर पर तुर्की को लेकर सर्च की मात्रा कई गुना बढ़ गई है.
तुर्की के मित्र देश अमेरिका और यूरोपीय संघ ने ट्विटर पर भी तुर्की के प्रतिबंध का विरोध किया था और कहा था कि यह अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और लोकतंत्र के लिए एक कदम पीछे है. लेकिन ट्विटर पर सरकार के भ्रष्टाचार से संबंधित लिंक जारी किए गए हैं और प्रधानमंत्री तैयब एर्दोआन इसे रोकना चाहते हैं. रविवार को तुर्की में स्थानीय चुनाव होने वाले हैं और माना जा रहा है कि यह एर्दोआन की सरकार की लोकप्रियता की परीक्षा होगी.
एमजी/एएम (एएफपी,एपी)