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यूक्रेन विवाद में मतभेद जारी

६ मई २०१४

रूस इस शर्त पर नए यूक्रेन सम्मेलन के लिए तैयार है कि यूक्रेनी विपक्ष भी इसमें हिस्सा ले. लेकिन यूक्रेन की सरकार इसके पक्ष में नहीं है. जर्मन विदेश मंत्री मध्यस्थता के लिए रूस और यूक्रेन के विदेश मंत्रियों से मिल रहे हैं.

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Ukraine Kramatorsk Gefechte
तस्वीर: Getty Images

रूसी विदेश मंत्री सेर्गेई लावरोव का कहना है कि यूक्रेनी विपक्ष को वार्ता की मोज पर होना चाहिए, "अन्यथा इसकी कोई कीमत नहीं होगी." रूस यूक्रेन में व्यापक राष्ट्रीय संवाद की मांग कर रहा है. उधर यूक्रेन के विदेश मंत्री आंद्रेई डेशचित्सा जेनेवा वार्ता में विपक्ष को शामिल नहीं करना चाहते. "हम यूक्रेनी सरकार के रूप में सारे इलाकों का प्रतिनिधित्व करेंगे." दोनों विदेश मंत्रियों ने आज वियना में यूरोप परिषद की बैठक में हिस्सा लिया.

जेनेवा वार्ता की वकालत कर रहे जर्मन विदेश मंत्री फ्रांक-वाल्टर श्टाइनमायर वियना से रवाना होने से पहले हवाई अड्डे पर लावरोव और डेशचित्सा के साथ बात करेंगे. श्टाइनमायर ने चेतावनी दी है कि यूक्रेन में सरकारी सैनिकों और अलगाववादियों के बीत संघर्ष को देखते हुए सैनिक विवाद का खतरा है. उन्होंने कहा है कि नए शीतयुद्ध को रोकने के लिए हर संभव प्रयास किया जाना चाहिए.

ओबामा की कोशिश

इस बीच अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने रूस पर दबाव डालने के अपने प्रयास बढ़ा दिए हैं. ओबामा बड़ी अमेरिकी कंपनियों पर रूस के सेंट पीटर्सबर्ग में होने वाले आर्थिक फोरम का बहिष्कार करने के लिए दबाव डाल रहे हैं. न्यूयॉर्क टाइम्स का कहना है कि व्हाइट हाउस ने अल्कोआ, गोल्डमैन जाक्स, मॉर्गन स्टैनली और पेप्सीको से बात की है. मई के अंत में होने वाले इस फोरम में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के भाग लेने की संभावना है. अमेरिकी आर्थिक हल्कों के अनुसार ज्यादातर कंपनियों के प्रमुख पीटर्सबर्ग नहीं जाएंगे.

इधर रोम में जी-7 देशों के ऊर्जा मंत्री पुतिन की गैस की ताकत को तोड़ना चाहते हैं. रोम में उन्होंने रूसी गैस का विकल्प खोजने की चर्चा की. उत्तरी अमेरिका के तरल गैस लाने, नया पाइपलाइन बनाने और फ्रैकिंग जैसे विकल्पों पर विचार किया गया. इसलिए एक 13 सूत्री कार्यक्रम बनाया गया है. जर्मनी ने ऊर्जा पर यूरोपीय सुरक्षा और सहयोग सम्मेलन बनाने की सलाह दी है. शीतयुद्ध के दौरान यूरोपीय सुरक्षा और सहयोग सम्मेलन की मदद से सीमाओं और अंतरराष्ट्रीय कानून का सम्मान तय हुआ था. लेकिन फिलहाल रूस पर निर्भरता को खत्म करना संभव नहीं होगा.

गैस सप्लाई बंद

जर्मन वाणिज्य मंत्री जिगमार गाब्रिएल ने कहा, "मौजूदा संकट के सिलसिले में कोई फौरी समाधान संभव नहीं है." रूस से गैस आयात को तुरंत कम करना नामुमकिन है. अमेरिका इस सदी के अंत तक तरल गैस की आपूर्ति करने की हालत में होगा. यदि रूस गैस की सप्लाई बंद करने का फैसला करता है तो यूक्रेन के लिए भी एक इमरजेंसी योजना बनानी पड़ेगी. गाब्रिएल ने ऊर्जा आपूर्ति को कई कंधों पर बांटने के अलावा रूस के साथ मिलकर एक राजनीतिक पहलकदमी की मांग की है.

गाब्रिएल ने कहा कि इंधन के आयात और निर्यात को यूरोप या दुनिया में होने वाले किसी विवाद में राजनीतिक या आर्थिक हथियार नहीं बनाया जाना चाहिए. रोम में ऊर्जा मंत्रियों ने जो तय किया है उस पर 4 और 5 जून को ब्रसेल्स में जी-7 शिखर सम्मेलन में मुहर लगेगी. यूं तो इस सम्मेलन को जी-8 सम्मेलन के रूप में पीटर्सबर्ग में होना था लेकिन यूक्रेन विवाद में पुतिन के अपना राग अलापने के कारण जी-8 को रद्द कर भविष्य में सात देशों की ही बैठक करने का फैसला किया गया.

एमजे/आईबी (डीपीए, एएफपी)