यासीन भटकल पकड़ा गया
२९ अगस्त २०१३यासीन भटकल को भारत नेपाल सीमा के करीब उत्तर प्रदेश के गोरखपुर से गिरफ्तार किया गया है. भारत के गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने यासीन की गिरफ्तारी की पुष्टि की है. शिंद ने पत्रकारों को बताया कि यासीन भटकल फिलहाल बिहार पुलिस की गिरफ्त में है और उससे पूछताछ की जा रही है. गृह मंत्री ने फिलहाल गिरफ्तारी में शामिल एजेंसियों की जानकारी देने से इनकार कर दिया. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक भटकल को जल्दी ही दिल्ली लाया जाएगा.
30 साल के यासीन को मोहम्मद अहमद सिद्धीबप्पा के नाम से भी जाना जाता है. अपने तीन सहयोगियों तहसीन अख्तर वासिम अख्तर शेख, असदुल्लाह अख्तर जावेद अख्तर और वकास उर्फ अहमद के साथ मिल कर उस पर 13 जुलाई 2011 को मुंबई में तीन बम धमाके कराने का आरोप है. यह धमाके ओपेरा हाउस, जावेरी बाजार और दादर पश्चिम में हुए. इन धमाकों में 27 लोगों की जान गई और 130 लोग घायल हुए. इनके अलावा पुलिस को अहमदाबाद, सूरत, बैंगलुरु, दिल्ली और हैदराबाद में हुए बम धमाकों के सिलसिले में भी इंडियन मुजाहिदीन के इस कथित नेता की तलाश थी. इन धमाकों में 100 से ज्यादा लोगों की जान गई है.
इस साल फरवरी में महाराष्ट्र के आतंक निरोधी दस्ते, एटीएस ने यासीन और उसके तीन सहयोगियों के बारे में जानकारी देने वाले को 10 लाख रुपये का इनाम देने का एलान किया था. दादर में हुए धमाके के लिए बम रखने वाले तहसीन के अलावा बाकी तीनों आरोपियों पर पुणे में चार कम क्षमता वाले बम धमाके करने का भी आरोप है. यह धमाके 2012 में एक अगस्त को पुणे के व्यस्त इलाकों में हुए. इन धमाकों के सिलसिले में पुलिस ने आठ दूसरे आरोपियों को भी गिरफ्तार किया है.
दिसंबर 2011 में दिल्ली पुलिस ने भी यासीन भटकल के बारे में जानकारी देने वाले को 15 लाख रुपये का इनाम देने का एलान किया था. पुलिस को दिल्ली में हुए तीन धमाकों और कुछ दूसरे आतंकी मामलों में उसकी तलाश है. यासिन दक्षिण भारत के कर्नाटक राज्य का रहने वाला है जबकि तहसीन बिहार के समस्तीपुर और असदुल्लाह उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ का है.
प्रतिबंधित संगठन इंडियन मुजाहिदीन पहली बार नवंबर 2007 में सामने आया जब उत्तर प्रदेश में सिलेसिलेवार धमाके हुए. इंडियन मुजाहिदीन को भारत के आतंकवादी गुटों के नेटवर्क का प्रमुख संगठन माना जाता है. इन संगठनों के तार पाकिस्तान के लश्कर ए तैयबा और जैश ए मोहम्मद जैसे आतंकवादी संगठनों से जुड़े बताए जाते हैं हालांकि इसका कोई सबूत अब तक सामने नहीं आया है, न ही आधिकारिक तौर पर इस बारे में सरकारी एजेंसियों की तरफ से कुछ कहा गया है.
भारत की पुलिस ने हाल ही में एक और बड़े आतंकवादी अब्दुल करीम टुंडा को गिरफ्तार किया है. इसे लश्कर ए तैयबा का वरिष्ठ सदस्य बताया जाता है. अभी यह साफ नहीं हो सका है कि क्या यासीन भटकल की गिरफ्तारी टुंडा की गिरफ्तारी से जुड़ी है. टुंडा को भी भारत नेपाल सीमा से ही पकड़ा गया था.
एनआर/ओएसजे (पीटीआई,एपी)