यहां टेबल पर पानी नहीं मिलेगा
आप पांच सितारा होटेल में आने वाले हैं तो कोई बात नहीं लेकिन अगर ठेठ जर्मन रेस्तरां में खाना खाने पहुंच रहे हैं, तो आपको कुछ बातें हमेशा ध्यान में रखनी चाहिए. यहां कुछ टिप्स आपके लिए.
स्वागत
जर्मन रेस्तरां में दरवाजे पर आपका स्वागत करने के लिए या जगह ढूंढने के लिए आपको कोई नहीं मिलेगा. आप खुद जगह ढूंढें. छोटे कैफे में आप किसी अनजाने के साथ भी टेबल पर बैठ सकते हैं. यानि कोई आपकी टेबल पर आकर बैठ जाए तो चिंता न करें.
एक साथ तय करें
चूंकि आपको कोई टेबल तक छोड़ने नहीं आया है इसलिए मेनू देने भी कोई नहीं आएगा. अक्सर टेबल पर मेनू रखा होता है. तो टेबल पर बैठे ज्यादा लोगों को अक्सर एक या दो मेनू कार्ड को साझा करना होता है.
बुलाना जरूरी
आपके टेबल पर बैठ जाने के बाद तुरंत कोई आए ऐसा जरूरी नहीं है. इसलिए हो सकता है कि आपको ही हाथ हिला कर किसी को बुलाना पड़े. अक्सर हर टेबल के लिए वेटर नहीं होता. कोई आकर ऑर्डर लेता है और बिल लेने कोई और आता है.
प्यासे आना मना
बर्फ वाला पानी आपकी टेबल पर रखा हुआ नहीं होगा. पानी से लेकर वाइन तक कुछ भी मुफ्त नहीं होता. पानी भी ऑर्डर करना होता है. बीयर और पानी की कीमत करीब करीब समान ही है. जार में पानी अक्सर नहीं मिलता.
खाने से पहले सोचें
कुछ रेस्तरां में ब्रेड मुफ्त की होती है. लेकिन पारंपरिक जर्मन पबों में रखी हुई ब्रेड की वरायटी के पैसे भी लग सकते हैं. वैसे तो ये टेबल पर रखी होती हैं लेकिन बाद में वेटर आ कर इसके पैसे ले सकता है.
छूरी कांटे की भाषा सीखें
आपने आधा घंटा पहले ही खाना खत्म कर लिया लेकिन प्लेट अभी भी टेबल पर ही है.. यानि आप चम्मचों की भाषा नहीं समझते. चार बजे की घड़ी की सुई की तरह अगर आप फोर्क रखेंगे तो वेटर और दोस्त समझ लेंगे कि आप खा चुके हैं.
ड्रिंक्स में बर्फ नहीं
कोला या स्प्राइट में यहां बर्फ नहीं डाली जाती. पारंपरिक विचार के मुताबिक सॉफ्ट ड्रिंक्स कमरे के तापमान से कम पर पीना स्वास्थ्य के लिए ठीक नहीं. हालांकि बीयर आपको हमेशा ठंडी मिलेगी. बिना आइस क्यूब के भी.
सिक्के जरूर रखें
अगर आपको किसी रेस्तरां के टॉयलेट का इस्तेमाल करना पड़े तो अपने पास सिक्के जरूर रखें. टॉयलेट साफ करने वाले व्यक्ति की प्लेट में ये सिक्के डालना होते हैं. अनिवार्य नहीं है लेकिन अधिकतर लोग डालते हैं.
कैसा लगा
जर्मन वेटर खाना खत्म होने के बाद जरूर पूछते हैं कि खाना कैसा लगा. और स्वाभाविक है जब तक खाना बहुत बेस्वाद न हो अच्छा कहना ही ठीक है.
टिप
जर्मनी में अक्सर टिप देने का तरीका होता है कि बिल राउंड फिगर में दिया जाए. यानि अगर 12 यूरो 20 सेंट का बिल है तो 13 यूरो या 14 यूरो दिए जाएं. सामान्य तौर पर बिल का 10 फीसदी टिप देना होता है.