यहां "उत्साह" में गाना होता है राष्ट्रगान
भारत के सिनेमाघरों में फिल्म शुरू होने से पहले राष्ट्रगान बजाने वाले सुप्रीम कोर्ट के फैसले ने खूब सुर्खियां बटोरी. इसके बाद कई विवाद भी सामने आये. जानते हैं अन्य एशियाई मुल्क और अमेरिका इसे लेकर कितना संवेदनशील है.
चीन
चीन की संसद फिलहाल विचार कर रही है कि क्या राष्ट्रीय गान का अनादर करने वालों पर तीन साल के कारावास और जुर्माना लगाने वाले अपराधी कानून में संशोधन होना चाहिए या नहीं. सितंबर में पारित कानून के मुताबिक जो भी राष्ट्रीय गान का मजाक बनायेगा उसे 15 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया जायेगा.
फिलीपींस
फिलीपींस के हाउस ऑफ रिप्रजेंटेटिव ने इस साल जून में एक बिल को मंजूरी दी, जिसके मुताबिक सार्वजनिक रूप से जब भी राष्ट्रगान बजाया जाये जनता उसे "अधिक उत्साह" के साथ गाये. कानून के मुताबिक जो लोग भी ऐसा करने में असफल होते हैं, उन्हें सार्वजनिक निंदा का सामना करना होगा. साथ ही उन पर जुर्माना या एक साल की जेल भी हो सकती है. लेकिन ऐसा कोई तरीका नहीं बताया गया है जो व्यक्ति में उत्साह का स्तर तय कर सके.
जापान
लंबे विवाद के बाद जापान ने साल 1999 में अपने राष्ट्रीय ध्वज और राष्ट्रगान को तय किया. राष्ट्रीय ध्वज और राष्ट्रगान से जुड़े कानून में इसके इस्तेमाल के प्रावधानों पर चर्चा नहीं की गई है. यहां तक कि जापान का हर शहर राष्ट्रीय गान को लेकर अपने कानून बनाने के लिए स्वतंत्र है. लेकिन इसके चलते यहां तमाम समस्यायें पैदा हुई. आज भी यहां स्कूलों में राष्ट्रगान गाने को लेकर विवाद होते रहते हैं.
थाइलैंड
थाइलैंड अपने राष्ट्रगान को लेकर काफी उत्साही नजर आता है. यहां हर रोज टेलिविजन पर सुबह 8 बजे और शाम 6 बजे राष्ट्रीय गान बजाया जाता है. सभी उम्र के छात्र राष्ट्रीय ध्वज के सामने 8 बजे इकट्ठा होते हैं और राष्ट्रीय गान एक साथ गाते हैं. थाइलैंड में राष्ट्रगान के प्रति सम्मान न दिखाने वाले व्यक्ति को जेल भेजा जा सकता है लेकिन अधिकतर जगह अब यह कानून लागू नहीं है.
अमेरिका
अमेरिका में राष्ट्रीय गान को लेकर नियम एकदम सीधे और सटीक हैं. जब भी यहां राष्ट्रगान बजाया जाता है, उस वक्त सभी व्यक्तियों को ध्वज या ध्वनि वाले स्रोत के सामने अपने दिलों पर हाथ रखकर खड़ा होना होता है. लेकिन अगर कोई व्यक्ति ऐसा न करना चाहे तो वह इसके लिए भी स्वतंत्र है. उसके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई नहीं होगी.