यमन से भारतीयों को निकालने का कोशिश
३० मार्च २०१५नई दिल्ली से एयर इंडिया के एयरबस ए-321 ने सोमवार को ओमान की राजधानी मस्कट के लिए उड़ान भरी. इजाजत मिलने के बाद विमान मस्कट से यमन की राजधानी साना के लिए उड़ान भरेगा. साना में करीब 500 भारतीय नागरिक फंसे हुए हैं. विमान के जरिए उन्हें 180 की खेप में मस्कट और फिर भारत लाया जाएगा.
रविवार को भी भारत ने 80 अपने नागरिकों को यमन की राजधानी से सुरक्षित बाहर निकाला. उन्हें अदन की खाड़ी के दूसरे ओर स्थित जिबूती पहुंचाया गया. एक अनुमान के मुताबिक साना और उसके आस पास ढाई से तीन हजार भारतीय हैं.
साना में तैनात भारतीय दूतावास के काउंसलर दिलबाग सिंह के मुताबिक, "500 से ज्यादा लोग रेडी टू फ्लाई सूची में हैं. वे अपने घरों में हैं लेकिन वे एक घंटे के भीतर एयरपोर्ट पहुंच सकते हैं." भारतीय विदेश मंत्रालय के मुताबिक भारत को साना से तीन घंटे की उड़ान भरने की अनुमति मिली है. उम्मीद है कि एयर इंडिया की फ्लाइट सोमवार रात नई दिल्ली पहुंच जाएगी.
अपने नागरिकों को सुरक्षित निकालने के लिए भारतीय नौसेना का एक बेड़ा भी अदन की खाड़ी की ओर बढ़ रहा है. समुद्री लुटेरों के खिलाफ अभियान में शामिल टोही नौकाएं एक बार में 150 से 200 लोगों को ला सकती है. भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता सैयद अकबरूद्दीन के मुताबिक 1,500 लोगों की क्षमता वाला बड़ा जहाज पांच दिन के भीतर अदन की खाड़ी में पहुंच जाएगा.
जारी हैं हमले
इस बीच यमन में सऊदी अरब की अगुवाई वाली संयुक्त सेना के हमले जारी है. संयुक्त सेना में सऊदी अरब, बहरीन, कतर, कुवैत, संयुक्त अरब अमीरात, मिस्र, जॉर्डन, मोरक्को और सूडान शामिल है. सऊदी अरब ने पाकिस्तान से भी सैन्य मदद मांगी थी. लेकिन पाकिस्तान ने साफ कर दिया कि वो यमन के संघर्ष में शामिल नहीं होगा. इस्लामाबाद का कहना है कि अगर सऊदी अरब पर हमला हुआ तो वो सैन्य मदद करेगा, लेकिन यमन की कार्रवाई में वो अपना पैर नहीं घुसाएगा.
संयुक्त सेना सऊदी समर्थन वाले पूर्व राष्ट्रपति अब्द रब्बू मंसूर हादी के वफादार सैनिकों के साथ खड़ी है. रविवार को अदन में उसका ईरान समर्थित हॉसी विद्रोहियों से संघर्ष हुआ. राजधानी साना में भी आम लोगों के लिए रात खौफनाक रही. रात भर संयुक्त सेनाओं ने राजधानी में अलग अलग जगहों पर हवाई हमले किए. साना के एक निवासी के मुताबिक ज्यादातर हमले राष्ट्रपति आवास और उसके करीब बने अधिकारी आवासों पर हुए. यमन के एक अधिकारी ने हालात को "नर्क की रात" करार दिया.
सऊदी अरब बनाम ईरान
सऊदी अरब ने नौ सुन्नी देशों के साथ मिलकर 26 मार्च को यमन के शिया हॉसी उग्रवादियों पर हमले शुरू किए. राजधानी साना हॉसी उग्रवादियों के नियंत्रण में है. सऊदी अरब का आरोप है कि ईरान हॉसी विद्रोहियों की मदद कर रहा है. तेहरान आरोपों से इनकार कर रहा है. ईरान ने संयुक्त सेना के हमले की निंदा की है.
जान माल के नुकसान को लेकर फिलहाल ठोस जानकारी नहीं मिल पा रही है. यमन के स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक हॉसी इलाकों में हवाई हमलों में शनिवार और रविवार की दरम्यानी रात 35 लोग मारे गए. 88 घायल हुए.
ओएसजे/एमजे (रॉयटर्स, एएफपी)