मोदी संग मैर्केल
जर्मन चांसलर अंगेला मैर्केल भारत जर्मनी अंतरसरकारी विमर्श (आईजीसी) की तीसरी बैठक में भाग लेने के लिए एक बड़े प्रतिनिधिमंडल के साथ भारत की तीन दिन की यात्रा पर हैं. जानिए, क्या हैं उनके दौरे की हाइलाइट्स..
राष्ट्रपति भवन में उनका पूर्ण सैनिक सम्मान के साथ भव्य स्वागत किया गया.
सेना के तीनों अंगों की एक संयुक्त टुकड़ी ने मैर्केल को सलामी दी और उसके बाद उन्होंने सलामी गारद का निरीक्षण किया.
राष्ट्रपति भवन में स्वागत समारोह के बाद जर्मन चांसलर राजघाट गईं जहां उन्होंने महात्मा गांधी की समाधि पर श्रद्धांजलि अर्पित की.
मैर्केल के दिल्ली पहुंचते ही प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट किया, ''नमस्ते चांसलर मैर्केल. आपका और आपके शिष्टमंडल का स्वागत है. मैं सार्थक बातचीत तथा भारत-जर्मनी संबंधों के और मजबूत होने की उम्मीद करता हूं.''
मैर्केल ने राष्ट्रपति भवन में औपचारिक स्वागत समारोह के बाद संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि भारत जर्मनी अंतरसरकारी विमर्श इस बात का प्रतीक है कि दोनों देश आपस में व्यापक मुद्दों पर घनिष्ठ सहयोग कर रहे हैं.
सहयोग के क्षेत्रों में आर्थिक एवं वित्तीय क्षेत्र, कृषि, आंतरिक सुरक्षा, विकास एवं रक्षा क्षेत्र शामिल हैं. मैर्केल ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने भारत के विकास का एक महत्वाकांक्षी कार्यक्रम तैयार किया है और जर्मनी उसमें पूर्ण सहयोग देने का इच्छुक है.
मैर्केल के साथ भारत आने वाले मंत्रिमंडल के पांच वरिष्ठ मंत्री शामिल हैं: विदेश मंत्री फ्रांक वाल्टर श्टाइनमायर, खाद्य एवं कृषि मंत्री क्रिस्टियान श्मिट, शिक्षा एवं शोध मंत्री योहाना वांका और आर्थिक सहयोग एवं विकास मंत्री गेर्ड मुलर.
दोनों देशों के बीच विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग के करीब एक दर्जन करारों पर हस्ताक्षर हो रहे हैं. मंगलवार को मैर्केल बेंगलुरू में होंगी. प्रधानमंत्री मोदी भी उनके साथ जाएंगे.
बेंगलुरु में छह अक्टूबर को दोनों नेता जर्मन कंपनी बॉश के विकास केंद्र का भी दौरा करेंगे. इसके बाद वे नैस्कॉम एवं फ्राउनहॉफर इंस्टीट्यूट द्वारा “इंडस्ट्री 4.0” पर आयोजित एक कार्यक्रम में भारत एवं जर्मनी के उद्यमियों से संवाद करेंगे.