मोदी मामले में 26 सितम्बर से फिर होगी सुनवाई
१५ सितम्बर २०१०बीसीसीआई ने स्पोर्ट्स मैनेजमेंट फर्म आईएमजी के अधिकारी पीटर ग्रिफिथ्स को अपना गवाह बनाया है लेकिन ललित मोदी के वकील ने उनसे पूछताछ के लिए और समय मांगा है. सुनवाई के पहले दो दिन मामले में कोई प्रगति नहीं हुई क्योंकि बॉम्बे हाई कोर्ट में याचिका दायर की गई थी जिसमें अनुशासन समिति की वैधानिकता पर सवाल उठाया गया. बुधवार को अनुशासन समिति की बैठक करीब 6 घंटे तक चली और उसमें फैसला लिया गया कि सुनवाई 26 सितम्बर से फिर शुरू की जाएगी.
बीसीसीआई की ओर से जारी एक प्रेस रिलीज में कहा गया, "पीटर ग्रिफिथ्स से पूछताछ अभी पूरी नहीं हुई है. ललित मोदी के वकील ने इसके लिए और समय मांगा है. सुनवाई को 26 सितम्बर तक के लिए खारिज कर दिया गया है. सुनवाई दिल्ली के ताज पैलेस होटल में दोपहर 3 बजे से होगी और 27-28 सितम्बर को जारी रहेगी. अगर जरूरी हुआ तो मुंबई में 29 सितम्बर को सुनवाई कराई जाएगी. यह स्पष्ट किया जाता है कि पीटर ग्रिफिथ्स, जॉन लॉफहैगन, पॉल पैनिंग और सुंदर रामन से पूछताछ इस दौरान पूरी करने की कोशिश होगी."
पीटर ग्रिफिथ्स, जॉन लॉफहैगन और पॉल पैनिंग स्पोर्ट्स मैनेजमेंट फर्म आईएमजी के अधिकारी हैं जबकि सुंदर रामन आईपीएल के चीफ एक्जीक्यूटिव हैं. बीसीसीआई अनुशासन समिति की बैठक उसी दिन हुई है जिस दिन बॉम्बे हाई कोर्ट ने ललित मोदी की ओर से दायर याचिका को खारिज कर दिया. इस याचिका में ललित मोदी ने बीसीसीआई अनुशासन समिति के संविधान को चुनौती दी है. मोदी ने अरुण जेटली और चिरायु अमीन को यह कहते हुए अनुशासन समिति से हटाने की मांग की थी कि वे दोनों उनके खिलाफ हैं.
दिलचस्प बात यह है कि बीसीसीआई ने अपनी ओर से जिन चार गवाहों को पेश किया है, उन सभी ने ललित मोदी के साथ आईपीएल के पहले तीन संस्करणों में काम किया है. एक समय आईपीएल के सर्वेसर्वा माने जाने वाले ललित मोदी का भाग्य तय करने में इन्हीं चार अधिकारियों की गवाही अहम भूमिका निभा सकती है.
आईपीएल और चैंपियन्स लीग ट्वेंटी20 के सीईओ सुंदर रामन दक्षिण अफ्रीका से आए हैं, आईएमजी के तीन अधिकारी सुनवाई में हिस्सा लेने इंग्लैंड से भारत पहुंचे हैं. बीसीसीआई सुनवाई और पूछताछ की प्रक्रिया जल्द खत्म कर लेना चाहती है ताकि ये अधिकारी जल्द वापस लौट सकें. ललित मोदी अब तक अनुशासन समिति की एक बैठक में भी हिस्सा नहीं ले पाए हैं. ललित मोदी पर आईपीएल में वित्तीय अनियमितता बरतने के आरोप लगे हैं और बीसीसीआई से उनका कानूनी टकराव जारी है.
रिपोर्ट: एजेंसियां/एस गौड़
संपादन: आभा एम