मोदी का शपथ ग्रहण आज
बीजेपी के नरेंद्र मोदी आज शाम भारत के अगले प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने वाले हैं. देखते हैं मोदी के यहां तक के सफर को तस्वीरों के जरिए..
पूरे भारत में जीत
बीजेपी ने 2014 में ऐतिहासिक सफलता हासिल करते हुए पूर्ण बहुमत हासिल किया है. यह पहला मौका है, जब कांग्रेस छोड़ कर कोई पार्टी बहुमत में आई है. कांग्रेस सिर्फ 44 सीटों पर सिमट गई है.
मोदी की 'लहर'
लगभग नौ महीने पहले ही बीजेपी ने प्रधानमंत्री के तौर पर नरेंद्र मोदी को प्रोजेक्ट कर दिया था और मोदी ने इस वक्त का भरपूर इस्तेमाल किया. 10 साल बाद कांग्रेस को सत्ता से उखाड़ फेंकने के बाद प्रसन्नचित्त मोदी.
आशीर्वाद और विवाद
चुनाव में शानदार जीत के बाद अपनी मां का आशीर्वाद लेते मोदी. हालांकि पत्नी के नाम को लेकर मोदी के साथ विवाद भी जुड़ा है. उन्होंने पहली बार खुद को शादीशुदा बताया है.
आडवाणी से आगे
अटल बिहारी वाजपेयी के बाद से लालकृष्ण आडवाणी ही बीजेपी के सबसे बड़े नेता थे. लेकिन पिछले साल बीजेपी ने अचानक मोदी को प्रोजेक्ट कर दिया. इसके बाद मोदी की अगुवाई में ही चुनाव लड़े गए.
संघ के चहेते
किसी जमाने में मोदी आरएसएस के प्रचारक थे. लेकिन बाद में राजनीति के करीब आ गए. अब देखना है कि सरकार बनने के बाद आरएसएस का इसमें कितना दखल होता है.
गोधरा और गुजरात
12 साल पहले हुए दंगों के बाद से मोदी एक विवादित लेकिन करिश्माई नेता बने रहे. कई बार दंगों में उनका नाम आया लेकिन कभी भी उनके खिलाफ कोई मामला साबित नहीं हुआ.
पड़ोसियों से रिश्ते
पाकिस्तान को लेकर मोदी कई बार विवादित बयान दे चुके हैं. हालांकि उन्होंने पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ सहित सभी पड़ोसी मुल्कों के राष्ट्राध्यक्षों को शपथ ग्रहण समारोह में बुलाया है.
स्टाइल वाले मोदी
पूरे चुनाव प्रचार में मोदी अलग अलग रंग के कुर्तों में नजर आए. खास बात उनकी बंडी हुआ करती है. वह आम तौर पर एक से ज्यादा रैली में एक बंडी नहीं पहनते.
चुनाव में विवाद
वडोदरा में वोटिंग के बाद सेल्फी पोस्ट करने पर फंस गए थे मोदी. उन्होंने पार्टी के चुनाव चिह्न के साथ फोटो खींचा और इसकी वजह से उन्हें चुनाव आयोग की फटकार भी सुननी पड़ी.
लता का साथ
भारत रत्न लता मंगेशकर ने खुल कर मोदी का समर्थन किया. लेकिन ऐसे लोगों की कमी भी नहीं, जो मोदी का विरोध कर रहे थे. पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा था कि मोदी पीएम बने, तो 'अनर्थ' हो जाएगा.
जबरदस्त प्रबंधन
रिपोर्टें हैं कि बीजेपी ने नरेंद्र मोदी की अगुवाई में इस बार के चुनाव प्रचार में जबरदस्त प्रबंधन किया. इस काम में करोड़ों रुपये लगे लेकिन इसका सकारात्मक नतीजा जरूर निकला.
मंत्रिमंडल पर नजर
कुछ बड़े नामों की चर्चा जरूर है लेकिन मोदी के मंत्रिमंडल की तस्वीर अब तक नहीं दिख रही है. राजनाथ सिंह जैसे कुछ अहम चेहरे जरूर मंत्री बनाए जाएंगे.
संसद को सलाम
चुनाव जीतने के बाद जब नरेंद्र मोदी पहली बार संसद गए, तो उन्होंने सीढ़ियों पर दंडवत किया. बाद में भाषण देते वक्त वह रो पड़े.