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मेसी फिर बने फीफा प्लेयर ऑफ द ईयर

११ जनवरी २०११

वर्ल्ड कप में तमाम सुर्खियां बटोरने वाले अर्जेंटीना के सुपरस्टार फुटबॉलर लियोनल मेसी को फीफा ने वर्ल्ड प्लेयर ऑफ द ईयर चुना है. यह लगातार दूसरा मौका है जब मेसी को इस खिताब से सम्मानित किया गया है.

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तस्वीर: dapd

वर्ल्ड कप के फाइनल में एक मात्र गोल कर स्पेन को चैंपियन बनाने वाले आंद्रेस इनिस्ता और टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा गोल करने वाले उरुग्वे के डियागो फोरलान को पीछे छोड़ मेसी ने यह सम्मान हासिल किया. फीफा वर्ल्ड प्लेयर ऑफ द ईयर की होड़ में मेसी की टीम बार्सिलोना के खावी भी थे. लेकिन कोच, कप्तानों और पत्रकारों की नजर में मेसी ही 2010 के सबसे बेहतर खिलाड़ी साबित हुए.

मेसी ने वर्ल्ड कप में एक गोल भी नहीं किया. लेकिन खेल से जुड़े लोगों की राय में मेसी अकेले दम पर अर्जेंटीना के लिए गोल करने के मौके बनाते रहे. मेसी को ये पुरस्कार मिलना कई लोगों के लिए आश्चर्यजनक रहा.

अर्जेंटीना के छोटे कद के मिडफील्डर को 22.65 फीसदी वोट मिले. इनिस्ता को 17.36 और खावी को 16.48 फीसदी वोट मिले. यह पहला मौका है यह फीफा ने प्लेयर ऑफ द ईयर का पुरस्कार फ्रांस की फुटबॉल पत्रिका ओल्डर बालोन द ओर के साथ मिलकर दिया है.

Jose Mourinho Fußballtrainer des Jahres 2010
बेस्ट कोच बने मॉरिन्होतस्वीर: dapd

इस बार पुरस्कारों की दौड़ में पुर्तगाल के रोनाल्डो, हॉलैंड के वेस्ले स्नाइडर और वर्ल्ड कप जीतने वाली टीम के कप्तान कासियास भी थे. लेकिन इन सब पर 23 साल के मेसी भारी पड़े. उनकी टीम भले ही वर्ल्ड कप के क्वार्टर फाइनल में जर्मनी के हाथों बुरी तरह हारकर बाहर हो गई पर मेसी दिल लूटने में कामयाब रहे. पुरस्कार मिलने के बाद इनिस्ता और खावी के साथ खड़े मेसी ने कहा, ''साथियों के साथ खड़ा रहना बड़ा अच्छा लगता है.''

वहीं मॉरिन्हो को सबसे बेहतर कोच चुना गया. उन्हें 35.9 फीसदी वोट मिले. मॉरिन्हो इंटर मिलान को चैंपियन्स लीग की चोटी तक लेकर गए. हालांकि अब वह रियाल मैड्रिड के कोच हैं.

रिपोर्ट: एजेंसियां/ओ सिंह

संपादन: एन रंजन