मेसी और माराडोना का मैच में मैजिक
१३ जून २०१०पांच फुट सात इंच के मेसी नाइजीरिया के कद्दावर खिलाड़ियों की दीवार लांघते जब गेंद लेकर भागते, तो सबकी सांसें अटक जातीं. और गोलपोस्ट के पास जाकर मेसी जब चूक जाते, तो साइड लाइन पर कच्ची पक्की दाढ़ी और गहरे स्लेटी रंग के सूट में बैठा छोटे कद का शख्स आह भर कर रह जाता. कहने की जरूरत नहीं कि यह शख्स अर्जेंटीना का कोच डिएगो माराडोना है, जो मेसी में बेहतरीन फुटबॉलर की झलक देखता है.
जोहानिसबर्ग ग्राउंड पर मेसी की बूट और एडीडास की गेंद में मानो इश्क हो गया था. दोनों बेचैनी से एक दूसरे का इंतजार करते. इधर उधर भटकने के बाद गेंद अपने आशिक को खोज लेती और फिर उसके साथ अठखेलियां करती नाइजीरियाई गोल की ओर बढ़ चलती. लेकिन पूरे 90 मिनट में यह प्यार परवार नहीं चढ़ पाया और मेसी की तमाम कोशिश के बाद भी उन्हें वह जाल नहीं मिल पाया, जो उनका सबसे बड़ा प्यार है.
हालांकि रक्षा पंक्ति के ग्रैबियल हाइन्जे ने उड़न तश्तरी की तरह अपने हेडर से छठे मिनट में ही अर्जेंटीना का काम पूरा कर दिया. कॉर्नर पर गोल करने के साथ ही अर्जेंटीना ने ऐसी बढ़त बनाई, जो आखिर तक पाटी न जा सकी. पर नाइजीरिया की रक्षा पंक्ति और गोलकीपर विन्सेंट एनीयामा की भी तारीफ करनी होगी, जिन्होंने न जाने कितनी बार मेसी के जादू को तोड़ दिया.
राइट विंग पर खेलते हुए मेसी को जैसे ही गेंद मिलती, पूरा स्टेडियम लय में आ जाता. मेसी तो पहले से ही लय में आ चुके होते थे. टेढ़े मेढ़े रास्ते पर भागते मेसी बेहतरीन ड्रिबलिंग करते और गेंद के साथ मंजिल तक पहुंच जाते. लेकिन वह एनीयामा की दीवार नहीं लांघ पाए. मेसी ने फिर भी इस वर्ल्ड कप का अब तक का सबसे अच्छा फुटबॉल दिखा दिया और अर्जेंटीना कम से कम तीन मौकों पर गोल करने से चूक गई. वर्ना इस मैच का नतीजा कुछ और होता.
वैसे तो यह मैच अर्जेंटीना और नाइजीरिया के 22 खिलाड़ी खेल रहे थे. लेकिन कैमरों की नजर अगर मेसी से हटती, तो सीधे साइड लाइन पर चली जाती. जहां अर्जेंटीना टीम के कोच माराडोना विराजमान थे. ग्राउंड के बाहर से अपने खिलाड़ियों को जादुई नुस्खे बताते मैराडोना ने भी मैच को बांधे रखा. आम तौर पर अर्जेंटीना की नीले जर्सी में नजर आने वाले मैराडोना बहैसियत कोच बाकायदा कोट सूट और टाई में मौजूद थे. पहले मिनट से ही माराडोना बेचैन होकर अपनी कुर्सी पर कम और निर्धारित जगह के आखिरी छोर पर ज्यादा नजर आने लगे. हाइन्ज ने जब गोल दागा, तो माराडोना झूम उठे और आस पास मौजूद साथियों को गले लगा लिया.
मैच के बाद माराडोना ने अपने लड़कों को जादू की झप्पी दी और सभी को बारी बारी से चूमा. लेकिन जब बारी मेसी की आई तो भारी भरकम माराडोना ने मेसी को बाहों में बांध कर हवा में उठा लिया.
मेसी फुटबॉल के महानतम खिलाड़ियों में शामिल मैराडोना के लाडले हैं. वह मेसी को बहुत पसंद करते हैं और कहते हैं कि वह हमेशा चाहते हैं कि गेंद मेसी के पास ही रहे, यह मुझे बहुत खुशी देता है. माराडोना कहते हैं कि अगर गेंद के साथ मेसी की अठखेलियां न देखी जाएं, तो फुटबॉल में मजा ही न आए.
ग्रुप बी में विजयी अभियान शुरू करने वाली अर्जेंटीना की टीम का अगला मुकाबला 17 जून को दक्षिण कोरिया से है. कोरिया ने पहले मैच में ग्रीस को हरा कर सबको हैरान कर दिया है.
रिपोर्टः अनवर जे अशरफ
संपादनः एम गोपालकृष्णन