मुरली को 800 के लिए आठ विकेटों की दरकार
१७ जुलाई २०१०मुरलीधरन ने इस मैच बाद टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा की है. पांच दिन का खेल और आठ विकेट. हालांकि गॉल स्टेडियम के पिच पर थोड़ी घास बची है इस कारण जानकारों का कहना है कि चौथे और पांचवें दिन पिच गेंदबाज़ों को फायदा देगी. लेकिन साथ ही क्रिकेट विश्लेषकों का ये मानना है कि इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि पिच फ्लैट है, स्पिन वाली है या फिर बल्लेबाजों को फायदा देने वाली है मुरली अगर गेंद डालते हैं तो विकेट लेंगे ही.
रविवार को शुरु होने वाला टेस्ट मैच मुरली के लिए टेस्ट करियर का फेयरवेल मैच होगा. 38 साल के मुरलीधरन अब तक 792 टेस्ट विकेट ले चुके हैं. हालांकि टीम इंडिया के कप्तान धोनी ने दावा किया है कि वे मुरली का ये लक्ष्य आसानी से पूरा नहीं होने देंगे. "हम उनके लिए इसे मुश्किल बनाएंगे. क्योंकि जैसा क्रिकेट वे खेलते रहे हैं उन्होंने हमेशा बल्लेबाजों के लिए मुश्किलें खड़ी की हैं और उन्हें रन नहीं बनाने दिए. इसी तरह बल्लेबाजों के पास ये मौका है कि वे मुरली को 800 विकेट पूरे न करने दें."
वहीं गॉल स्टेडियम के क्यूरेटर जयनंदा वर्णवीरा ने 90 के दशक में मुरलीधरन के साथ गेंदबाज़ी की है, उन्होंने कहा कि मुरली के लिए घुमावदार पिच नहीं बनाया जाएगा."हम मुरली के साथ पूरे पांच दिन अच्छा समय बिताना चाहते हैं. इसलिए हमें ऐसा पिच चाहिए जो ज़्यादा दिन चले."
गॉल मुरली का फेवरेट स्टेडियम है. यहां उन्होंने 14 टेस्ट में 103 विकेट लिए हैं. 1993-94 के बाद से भारत श्रीलंका में टेस्ट सीरीज नहीं जीता है इसलिए उसकी पूरी कोशिश रहेगी कि वह इस बार जीते. हालांकि 2008 में टीम इंडिया ने गॉल में एक टेस्ट मैच जीता था. तब सहवाग ने डबल सेंचुरी मारी थी और भज्जी ने 153 रन देकर 10 विकेट लिए थे.
श्रीलंका के कप्तान कुमार संगकारा मुरली को अब तक का सबसे अच्छा गेंदबाज मानते हैं. "अगर आप उनके रिकॉर्ड देखें, देखें कि उन्होंने कैसे शुरुआत की, कितने समय वो खेले. मैं मुरली में बहुत विश्वास रखता हूं और उनका फैन हूं. इस समय में जब क्रिकेटरों पर लालची होने, पैसे की पीछे भागने और देश के लिए नहीं खेलने का आरोप लगाया जाता है, मुझे लगता है मुरली इसका उलट उदाहरण हैं, वे ऐसे शानदार खिलाड़ी हैं जो अनमोल हैं."
रिपोर्टः एजेंसियां आभा एम
संपादनः एस गौड़