मिटने से पहले देख लीजिये ये विश्व धरोहर
जानिये उन विश्व धरोहरों के बारे में जिन पर जलवायु परिवर्तन से मिटने का खतरा मंडरा रहा है. हो सके तो इन्हें देख भी आइए इससे पहले कि इनका अस्तित्व ही मिट जाए.
रापा नुई नेशनल पार्क, ईस्टर द्वीप, चिली
ईस्टर आइलैंड पर स्थित मोआई स्टैचू हर साल दुनिया भर के 60,000 से भी अधिक पर्यटकों को आकर्षित करते हैं. इसके तटीय इलाकों में हो रहे कटाव और बढ़ते समुद्री जलस्तर के कारण इन पर समुद्र में समा जाने का खतरा है.
बविंडी के अभेद्य वन, युगांडा
दुनिया में पाए जाने वाले कुल 880 पहाड़ी गोरिल्ला में से करीब आधे तो युगांडा के इस एक वन में पाए जाते हैं. यहां भी जलवायु परिवर्तन का असर देखने को मिल रहा है, जिससे तापमान बढ़ रहा है और इनका घर खतरे में है. इसके अलावा इन्हें देखने बड़ी संख्या में पहुंचने वाले पर्यटकों के संपर्क में आने से इन्हें इंसानों से संक्रमण लग रहे हैं.
लेक मालावी नेशनल पार्क, मालावी
समुद्रों के बढ़ते जलस्तर से कई तटीय इलाके संकट में हैं, लेकिन इसके उलट घटते जलस्तर से झील के इकोसिस्टम को खतरा है, जैसे कि लेक मालावी. यहां बढ़ते तापमान के कारण पानी भाप बन कर उड़ रहा है, दिन लंबे होने के कारण बारिश से झील का पानी दोबारा भर नहीं पाता. ऊपर से पर्यटकों की भीड़ भी कृषि और इकोसिस्टम पर बुरा असर डाल रही है.
वाडी रम संरक्षित क्षेत्र, जॉर्डन
संकरी घाटियों, ऊंची चट्टानों और शानदार नजारे वाला करीब 30,000 हेक्टेयर में फैला इलाका. यहां चट्टानों पर 45,000 से भी अधिक नक्काशियां पाई जाती हैं, जो 12,000 साल से भी पुरानी हैं. क्लाइमेट चेंज से यहां का मौसम और भी सूखा और गर्म हो रहा है. पानी की कमी गंभीर हो रही है और रेगिस्तानी इकोसिस्टम पर बोझ बढ़ रहा है.
रॉक आईलैंड्स, सदर्न लगून, पलाऊ
चूना पत्थर की 400 से भी ज्यादा चट्टानों से मिलकर बनता है यह पैसिफिक पैराडाइस. सुंदर लैगून, कोरल रीफ और प्राचीन गांवों को देखने हर साल 100,000 से अधिक पर्यटक पहुंचते हैं. बढ़ता तापमान और अम्लीय होता पानी कोरल रीफ को ब्लीच कर रहा है और उस पर कार्बोनेट की नई और मजबूत तहें नहीं जम पा रहीं.
स्टैचू ऑफ लिबर्टी, अमेरिका
दुनिया में यह काफी लंबे समय से आजादी के प्रतीक के तौर पर मशहूर रहा है. इस मशहूर प्रतीक पर भी बढ़ते समुद्र स्तर और तेज होते तूफानों से खतरा है. अमेरिकी तटीय इलाके में 2012 में आए तूफान सैंडी ने लिबर्टी आईलैंड के ढांचे को काफी नुकसान पहुंचाया था. कई लोगों को डर है कि स्टैचू ऑफ लिबर्टी कभी भी नष्ट हो सकता है.
इलुलिसाट आइसफोर्ड, ग्रीनलैंड, डेनमार्क
दुनिया भर के पर्यटकों में जलवायु परिवर्तन के "ग्राउंड जीरो" यानि बढ़ते तापमान से पिघलते ग्लेशियरों को देखने के लिए ग्रीनलैंड पहुंचने की होड़ दिख रही है. ग्लोबल वॉर्मिंग की प्रक्रिया यहां देखी और सुनी जा सकती है, जब कोई हिमकण कड़कड़ा के टूटता है और पिघलता दिखता है.