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माराडोना और मेसी उतरेंगे आज

१२ जून २०१०

फीफा वर्ल्ड कप 2010 शुरू होने के बाद फुटबॉल प्रेमियों को जादुई जोड़ी का इंतजार है, जो आज मैदान पर दिखेगी. मेसी जहां ग्राउंड के अंदर होंगे, वहीं माराडोना साइड लाइन के बाहर टीम की हौसला अफजाई करते नजर आएंगे.

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तस्वीर: AP

ग्रुप बी में अर्जेंटीना का मुकाबला अफ्रीकी महाद्वीप की शक्तिशाली टीम नाइजीरिया से है और नाइजीरिया ने बेहतरीन फुटबॉल खेलने का वादा किया है. मौजूदा फुटबॉल के सबसे बड़े सितारे समझे जाने वाले मेसी पर खास नजरें होंगी.

मेसी को माराडोना का उत्तराधिकारी समझा जाता है और उनके करिश्माई फुटबॉल की पूरी दुनिया में तारीफ होती है. खुद माराडोना कहते हैं कि मेसी उनकी तरह खेलते हैं. हालांकि मेसी का कहना है कि वह लाखों साल भी खेल लें तो माराडोना नहीं बन सकते. अर्जेंटीना के लिए अच्छी बात यह है कि इस बार टीम में मेसी और माराडोना दोनों हैं.

Fußball Champions League FC Barcelona - Arsenal
तस्वीर: AP

बुरी बात यह कि माराडोना को नाइजीरिया के खिलाड़ियों से धक्का मुक्की करने का अंदेशा है. 1980 के दशक के महान फुटबॉलर और अर्जेंटीना के कोच माराडोना कहते हैं कि नाइजीरिया कई बार ताकत के बल पर फुटबॉल खेल पड़ता है, जिससे विपक्षी टीम हतोत्साहित होती है.

Tunesien vs. Nigeria
नाइजीरिया में भी दमखमतस्वीर: AP

बढ़ी हुई दाढ़ी और घटे हुए वज़न के साथ माराडोना जब दक्षिण अफ्रीका में टीम के साथ ग्राउंड पर उतरे, तो उन्हें पहचानना भी मुश्किल हो रहा था. लेकिन जैसे ही अभ्यास के दौरान उन्होंने एक शॉट लिया, पहचान छिपाना मुश्किल हो गई.

जाहिर है, नाइजीरिया के खिलाफ जब मैच होगा, तो माराडोना ग्राउंड में नहीं, बल्कि साइड लाइन के बाहर रहेंगे. लेकिन उनका स्टेडियम के अंदर होना ही विपक्षी टीम के लिए दबाव का सबब बन सकता है. माराडोना के तरकश में कई तीर ऐसे हैं, जो आखिरी लम्हों तक देख पाना मुश्किल है. सवाल यह है कि क्या उन्हें इन तीरों को निकालने का मौका मिलता है या नहीं. और उससे भी ज्यादा, क्या पहले दौर में उन्हें इन तीरों की जरूरत पड़ती है या नहीं.

नाइजीरिया के कप्तान नवानक्वो कानू ने वादा किया है कि उनकी टीम पहले मैच में शानदार प्रदर्शन करेगी. कानू का कहना है कि वे ज्यादा फिक्र नहीं कर रहे हैं क्योंकि दबाव तो अर्जेंटीना पर होगा. उनके मुताबिक, “हमें तो सिर्फ अपना फुटबॉल खेलना है. सारा दबाव उन पर हैं. उन्हें हमारे स्ट्राइकरों से जूझना है. हमारे पास अच्छे स्ट्राइकर हैं और हम मैच में दिखाएंगे.”

कानू ने माराडोना के शक को भी खारिज कर दिया और कहा कि वह जीत के लिए हर कुछ करने को तैयार हैं. नाइजीरियाई कप्तान का कहना है, “हमारे लिए तो यह फुटबॉल है. हम जीत के लिए कुछ भी करेंगे. जब आप किसी अफ्रीकी देश से खेलते हैं, तो आपको पता होना चाहिए कि क्या होने वाला है. हम उन्हें आसानी से नहीं जीतने देंगे.”

इन दोनों टीमों के बीच वर्ल्ड कप में दो बार मुकाबला हो चुका है और दोनों ही बार बाजी अर्जेंटीना ने मारी है. लेकिन इस बार नाइजीरिया बदला लेने के लिए कमर कस चुका है. कोच लार्स लेगरबैक का कहना है कि कोच के तौर पर उन्हें माराडोना को समझने का ज्यादा वक्त नहीं मिला है. लेकिन जहां तक उन्हें लगता है कि लातिन अमेरिकी देश एक रक्षात्मक रणनीति के तहत मैदान पर उतरेगी.

रिपोर्टः एजेंसियां/ए जमाल

संपादनः एम गोपालकृष्णन