माटरहॉर्न का मिथक
बहुत से लोग स्विट्जरलैंड के माटरहॉर्न को पहाड़ों का राजा मानते हैं. अपने अनोखे आकार के कारण वह पर्वतारोहियों को आकर्षित करता रहा है. 150 साल पहले 1865 में पहली बार उस पर सफल चढ़ाई हुई थी. तब से वह पर्वतारोहण का मिथक है.
दैत्याकार दांत
शेर या किसी दैत्य के विशालकाय दांत की तरह 4478 मीटर ऊंचा माटरहॉर्न पर्वत आकाश को चूमता दिखता है. स्विट्जरलैंड का सबसे ऊंचा पहाड़ अपने तीखे आकार के लिए दुनिया भर में मशहूर है और सबसे ज्यादा तस्वीरें खींचा जाने वाला पहाड़ है. कैंटन वालिस में स्थित इस पहाड़ का दक्षिणी हिस्सा इटली में है.
आल्प का अफ्रीकी
विशेषज्ञों का कहना है कि माटरहॉर्न दरअसल अफ्रीकी है, भौगोलिक रूप से प्रवासी. वह 45 करोड़ साल पहले अफ्रीकी महादेश की प्लेट के साथ यूरोप की ओर खिसक आया था. जब से लोग इस धरती पर हैं तब से वे इसकी चोटी पर चढ़ने का सपना देख रहे हैं, लेकिन 19वीं सदी तक उस पर चढ़ना सपना ही था.
कामयाबी
14 जुलाई 1865 तक माटरहॉर्न आल्प का आखिरी पहाड़ था जिस पर चढ़ाई संभव नहीं हुई थी. फिर आए इंगलैंड के एडवर्ड व्हिम्पर और उनके साथी. वालिस के तीन शेरपाओं के साथ उन्हें इस चोटी पर चढ़ने में कामयाबी मिली. यह उस जमाने की अभूतपूर्व और रोमांचक अंतरराष्ट्रीय घटना थी.
दोस्ती का अंत
एक ओर अभूतपूर्व सफलता तो दूसरी ओर एक लंबी दोस्ती का अंत. पहाड़ की चोटी से नीचे आते समय एक ब्रिटिश पर्वतारोही अपने दोस्तों और एक शेरपा के साथ गिर पड़ा. व्हिम्पर और दो शेरपाओं की जान बच गई क्योंकि जिस रस्सी के साथ वे बंधे थे, वह टूट गई. असली रस्सी सैरमाट के म्यूजियम में रखी है.
व्हिम्पर की राह
पहली चढ़ाई की 150वीं वर्षगांठ के एक दिन पहले हॉर्नलीग्राट से जाने वाले उस समय के रास्ते को सोलर लाइट से सजाया गया है. व्हिम्पर ने अपने छह साथियों के साथ चोटी तक पहुंचने के लिए इसी रास्ते को चुना था. लाल रोशनी वह जगह है जहां से चार पर्वतारोही 1000 मीटर नीचे खाई में गिर पड़े थे.
पहाड़ की पुकार
चोटी और गहराई, कामयाबी और ड्रामा लोगों को पिछले 150 साल से आकर्षित कर रहे हैं. 1937 में बनी जर्मन फिल्म 'पहाड़ पुकारता है' ने माटरहॉर्न पर चढ़ाई को कविता में ढाला. दक्षिणी टिरोल के पर्वतारोही लुइस ट्रेंकर ने फिल्म का निर्देशन किया और खुद मुख्य भूमिका में थे.
2500 मीटर पर नाटक
अगस्त के अंत तक स्विट्जरलैंड के सैरमाट शहर में माटरहॉर्न स्टोरी नाम का नाटक दिखाया जा रहा है. नाटक के प्रचार में कहा गया है, "यह प्यार और मौत, दोस्ती और प्रतिद्वंद्विता, पागलपन और विश्वास की कहानी है." प्राकृतिक पृष्ठभूमि में 1865 की त्रासद घटनाओं को जीवंत किया जा रहा है.
आसमान का क्रैश
मिथक माटरहॉर्न के बारे में बहुत कुछ लिखा गया है. ताजा उपन्यास 'आसमान का क्रैश' में प्रसिद्ध पर्वतारोही राइनहोल्ड माइसनर ने बहुत सारे दस्तावेजों की मदद से लिखा है कि पहली चढ़ान पर क्या हुआ. उनका कहना है कि माटरहॉर्न और सैरमाट का पर्यटन का भवन एक त्रासदी पर बना है.
आल्प में भीड़
तस्वीरों में आम तौर पर माटरहॉर्न का रोमांच चाहने वाले पर्यटकों की भीड़ नहीं दिखती. सैरमाट कभी 6,000 की आबादी वाला किसानों का गांव हुआ करता था. आज वहां हर साल 20 लाख लोग आते हैं और खतरनाक पहाड़ पर हर साल 3,000 लोग चढ़ते हैं. वह अभी भी खतरनाक है. अब तक दुर्घटनाओं में 550 लोग मरे हैं.
पर्यटकों के लिए मॉडल
पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए अजीबोगरीब चीजें होने लगीं. 300 साल से ईसाई भिक्षु बैर्नार्ड कुत्तों को हिमस्खलन का पता करने के लिए पालते रहे हैं. लेकिन माटरहॉर्न में सालों तक वे पर्यटकों के लिए मॉडल बन गए. अब सैरमाट में इस पर रोक लगा दी गई है.
नकली माटरहॉर्न
इस बीच स्विट्जरलैंड से बाहर करीब दर्जन भर मिनी माटरहॉर्न हैं. एक खास मॉडल लॉस एंजेलेस के निकट आनाहाइम में डिजनीलैंड पार्क में है. 1:100 के माप के इस नकली माटरहॉर्न का उद्घाटन 1959 में हुआ था. पहाड़ के ऊपरी हिस्से में कर्मचारियों के लिए बास्केटबॉल कोर्ट है.
नाजुक सुंदरता
हॉर्नलीहुटे 3260 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है. यह माटरहॉर्न की चोटी पर जाने वालों के लिए बेस कैंप है. चोटी की पहली चढ़ाई की 150वीं वर्षगांठ के मौके पर इसे संवारा गया है. 2003 में यहां से 90 पर्वतारोहियों को हेलिकॉप्टर की मदद से हटाना पड़ा था क्योंकि गर्मी के कारण बर्फ पिघलने से हिमस्खलन हो गया था.
इंसानी रिकॉर्ड
पेशेवर पर्वतारोहियों के लिए माटरहॉर्न अब कोई गंभीर चुनौती नहीं रह गया है. सौ साल पहले हालात बिल्कुल अलग थे. इसलिए रिकॉर्डधारी उलरिष इंडरबिनेन (1900-2004) की उपलब्धियों पर गर्व होना चाहिए. सैरमाट के शेरपा इंजरबिनेन 371 बार माटरहॉर्न की चोटी पर गए थे. अंतिम बार 86 साल की उम्र में.
चोटी की शांति
बहुत से पर्वतारोहियों ने माटरहॉर्न को अपने पीछे छोड़ दिया है और नई चुनौतियों का सामना कर रहे हैं. कभी न कभी चोटी की सुंदरता का मजा कम हो जाएगा. हर साल 40 से 50 करोड़ पर्यटकों के साथ आल्प की पहाड़ियां दुनिया का सबसे लोकप्रिय पर्यटन क्षेत्र हैं.
आल्प की चमक
माटरहॉर्न की तलछटी में रिफेलजे झील. आल्प पहाड़ों के राजा पर पहली चढ़ाई की वर्षगांठ पर होने वाले समारोह कभी इतिहास का हिस्सा बन जाएंगे, इस मौके पर बजने वाला संगीत हवा अपने साथ उड़ा ले जाएगी. लेकिन माटरहॉर्न का मिथक बना रहेगा.
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