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महंगाई रोकने के लिए फिर बढ़ा ब्याज दर

२ नवम्बर २०१०

भारतीय रिजर्व बैंक ने मंगलवार को एक बार फिर ब्याज दरों में इजाफा किया. रेपो और रिवर्स रेपो रेट को 25 बेस पॉइंट बढ़ाया गया है. जनवरी में महंगाई को रोकने के लिए शुरू हुई सरकार की मुहिम में छठी बार बढ़े हैं दर.

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तस्वीर: picture alliance/dpa

रिजर्व बैंक जिस दर पर देश के दूसरे बैंकों को कर्ज देता है यानी रेपो रेट अब 6.25 फीसदी हो गई है. इसी तरह दूसरे बैंकों से रिजर्व बैंक जब कर्ज लेगा तो ब्याज की दर यानी रिवर्स रेपो रेट 5.25 फीसदी होगी. रिजर्व बैंक के पार व्यापारिक बैंकों की जमा रकम कैश रिजर्व रेशियो यानी सीआरआर में कोई बदलाव नहीं किया गया है. यानी वह पहले की तरह 6 फीसदी ही रहेगी.

इन बदलावों का एलान करने के बाद रिजर्व बैंक के गवर्नर डी सुब्बाराव ने कहा, "पिछले कुछ दिनों में महंगाई कुछ काबू में आई है लेकिन इसके बावजूद महंगाई की दर रिजर्व बैंक के हिसाब से काफी ज्यादा है." सुब्बाराव का कहना है कि इन बदलावों का लक्ष्य महंगाई की दर को 4 से 4.5 फीसदी के बीच रखना है. फिलहाल देश में महंगाई की दर 8.6 फीसदी है. सुब्बाराव ने कहा कि अब इन दरों में जल्दी फेरबदल किए जाने के आसार नहीं हैं.

पिछले कुछ महीनों में महंगाई की दर में गिरावट आई है. हालांकि सितंबर में इसकी दर 8.62 फीसदी थी. सबसे ज्यादा चिंता का विषय है खाने पीने की चीजों की महंगाई दर. 16 अक्टूबर को खत्म हुए सप्ताह में खाने पीने की चीजों की महंगाई दर 13.75 फीसदी रही. रिजर्व बैंक भारत में आर्थिक विकास की तेजी से उत्साहित है. अगले साल मार्च में खत्म होने वाले वित्तीय वर्ष में विकास की दर 8.5 फीसदी रहने की उम्मीद जताई गई है.

रिपोर्टः एजेंसियां/एन रंजन

संपादनः वी कुमार

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