मरीज ही बने स्वाइन फ्लू का इलाज
११ जनवरी २०११वैज्ञानिकों की माने तो एच1एन1 से पीड़ित लोगों में अनोखा प्रतिरक्षक विकसित हो गया है जिससे ऐसे रोग प्रतिरोधक बन रहे है जो कई तरह की फ्लू को रोकने में कारगकर हैं. यहां तक कि एच1एन1 स्वाइन फ्लू और एच5एन1बर्ड फ्लू भी. 1918 में सामने आए स्पैनिश फ्लू से अभी तक के सभी फ्लू को रोका जा सकता है. ये दावा अमेरिकी वैज्ञानिकों ने सोमवार को किया.
शिकागो यूनिवर्सिटी के पैट्रिक विल्सन ने कहा, "नई खोज के आधार पर सभी तरह के एन्फ्लुएंजा के लिए एक टीका बनाना संभव हो गया है." जर्नल ऑफ एक्सपेरिमेंटल मेडिसिन में छपी रिपोर्ट तैयार करने वालों में पैट्रिक विल्सन भी शामिल हैं.
सभी तरह के फ्लू के लिए एक ही टीका हो ऐसी खोज में दुनिया भर के कई वैज्ञानिकों के कई दल जुटे हुए हैं. अमेरिकी अधिकारियों का कहना है कि यूनिवर्सल दवा बन गई तो ये दुनिया के लिए एक बड़ी सौगात होगी क्योंकि केवल अमेरिका में ही हर साल फ्लू से मरने वाले लोगों की जान 3000 से लेकर 49,000 के बीच में कहीं भी हो सकती है.
विल्सन की टीम ने 2009 में स्वाइन फ्लू की चपेट में आए 9 मरीजों से रोग प्रतिरोधक बनाने की शुरुआत की. ये वो लोग थे जो स्वाइन फ्लू का टीका तैयार होने के पहले ही उसकी चपेट में आ गए थे. इमोरी यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ मेडिसिन के वैज्ञानिकों के साथ काम करते हुए इस टीम ने 86 रोग प्रतिरोधक बनाए और फिर इनकी अलग अलग तरह के फ्लू वायरस के साथ प्रतिक्रिया कराई.
इनमें से पांच रोग प्रतिरोधक ऐसे मिले जो कई तरह की फ्लू वायरस के रास्ते की बाधा बनने में कामयाब रहे. इनमें स्पैनिश फ्लू और एच5एन1 फ्लू भी शामिल था.इन रोग प्रतिरोधकों को जब चूहों पर आजमाया गया तो खतरनाक फ्लू भी उनका कुछ नहीं बिगाड़ सकी. इनमें से कुछ रोगप्रतिरोधकों की संरचना बिल्कुल वैसी ही थी जैसी दूसरी टीमों ने फ्लू के यूनिवर्सल वैक्सीन के लिए तैयार की थी.
फ्लू का टीका और दवाइयां फ्लू वायरस में मिलने वाले प्रोटीन की सतह पर ध्यान देती हैं जिन्हें हिमाग्लुटीनिन और न्यूरामिनिडेस कहा जाता है. इन्हीं के शॉर्ट फॉर्म से फ्लू का नाम भी रखा जाता है जैसे एच5एन1 या एच1एन1.हिमाग्लुटीनिन की संरचना लॉलीपॉ जैसी होती है यानी इसके एक सिरे पर बड़ी सी सिर जैसी संरचना होती है. ये सिर इतना बड़ा होता है कि प्रतिरक्षक रोग प्रतिरोधकों के बड़े हिस्से को अपनी ओर खींच लेता है इसके साथ ही ये बड़ी तेजी से बदल भी जाता है.
दो साल पहले खोजकर्ताओं के एक दल ने देखा कि हिमैग्लुटैनिन के सिर के नीचे वाले बाकी हिस्से से जुड़ने वाले रोगप्ररोधक बहुत धीरे धीरे बदलते हैं. इस खोज ने फ्लू का टीका तैयार करने वालों को एक लक्ष्य दे दिया इससे उन्हें पता चल गया कि उनका टीका किस तरह के फ्लू को बेअसर कर सकता है.
रिपोर्टः एजेंसियां/एन रंजन
संपादनः ओ सिंह