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मनमोहन की तरफ से थरूर को राहत

१७ अप्रैल २०१०

प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह विदेश राज्य मंत्री शशि थरूर और कोच्चि फ्रैंचाइजी को लेकर चल रहे विवाद पर संसद में विपक्ष के हंगामे को ज्यादा तवज्जो नहीं देते हैं. उनका कहना है कि राजनीति में उतार चढ़ाव आते रहते हैं.

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मुश्किलों में घिरे हैं थरूरतस्वीर: Fotoagentur UNI

शशि थरूर पर आईपीएल की कोच्चि फ्रैंचाइज़ी में हिस्सेदारी रखने के आरोप लग रहे हैं. खासकर उनकी दोस्त सुनंदा पुष्कर ने इस फ्रैंचाइज़ी में 70 करोड़ रुपये लगाए हैं. थरूर पर इतनी बड़ी रकम की व्यवस्था करने के आरोप लग रहे हैं. वैसे थरूर संसद में साफ कर चुके हैं कि उन्होंने किसी भी तरह से अपने पद का गलत इस्तेमाल नहीं किया है और तिरुवनंतपुरम से सांसद होने के दायरे में रहकर ही इस फ्रैंचाइजी को प्रोत्साहन दिया है.

उधर विपक्ष इस मुद्दे पर तीखे तेवर अपनाए हुए हैं और इस बात की मांग कर रहा है कि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह थरूर से इस बारे में सफाई मांगें. लेकिन अपने विशेष विमान एयर इंडिया वन पर पत्रकारों के साथ बातचीत में मनमोहन सिंह ने साफ किया कि वह इस मुद्दे को तूल देने के हक में नहीं है. उन्होंने कहा, "राजनीति में उतार चढ़ाव आते ही रहते हैं."

तीन दिन पहले वॉशिंगटन में मनमोहन सिंह ने कहा कि उन्होंने थरूर पर लग रहे आरोपों के बारे में सुना है. उनके मुताबिक, "मेरे सामने सारे तथ्य नहीं हैं. जब मैं स्वदेश वापस जाऊंगा तो सारे तथ्यों को देखूंगा और उन्हें देखते हुए उचित कार्रवाई की जाएगी. मुझे लगता है कि इस मामले में यही सही रहेगा."

उधर कांग्रेस के एक सूत्र का कहना है कि पार्टी थरूर की सफाई से संतुष्ट नहीं है क्योंकि उन्होंने कोच्चि फ्रैंचाइजी में अपनी दोस्त सुनंदा पुष्कर की हिस्सेदारी के बारे में कुछ नहीं कहा. पार्टी पदाधिकारियों के मुताबिक कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने यह मुद्दा प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को सौंप दिया है.

रिपोर्टः एजेंसियां/ए कुमार