मदर टेरेसा का जीवन दिखाती मदर एक्सप्रेस
२७ दिसम्बर २०१०सफेद रंग की ट्रेन पर आसमानी रंग की वही पट्टी है जो मदर की साड़ी पर होती थी. मदर एक्सप्रेस में मदद की दुर्लभ तस्वीरें हैं और उनसे जुड़ी दूसरी चीजें हैं. इन सबको जमा किया है मिशनरीज ऑफ चैरिटी ने. दीन दुखियों की सेवा करने वाली वो संस्था जिसे मदर ने शुरु किया. ट्रेन का हर कोना मदर के व्यक्तित्व की कोई न कोई झलक दिखा जाता है साथ ही दुनिया के लिए मदर का संदेश भी. ट्रेन में मदर के प्रमुख भाषणों के अहम हिस्सों को भी जगह दी गई है.
इस साल मदर टेरेसा की जन्म का शताब्दी वर्ष है और इसी मौके पर भारतीय रेल ने इस ट्रेन की शुरुआत की है. तिरुअनंतपुरम में स्टेशन पर दो दिन रहने के बाद ट्रेन आगे के सफर पर निकल जाएगी. तिरुअनंतपुरम पर ट्रेन का स्वागत करने के लिए रेलवे के कई बड़े अधिकारी मौजूद थे.
अगले छह महीनों तक पूरे देश में सफर करके ट्रेन मानवता और मदर के उपदेशों को लोगों तक पहुंचाएगी. दक्षिण रेलवे की महिला कल्याण संगठन की अध्यक्ष नीलम शर्मा भी ट्रेन की अगवानी करने स्टेशन पर मौजूद थीं. इस मौके पर नीलम ने कहा," ये प्रदर्शनी लोगों को दुनिया भर के गरीब और कमजोर तबके की सेवा के लिए मदर के योगदान के बारे में बताएगी."
उधर वैटिकन में भी मदर टेरेसा की जन्म शताब्दी के उपलक्ष्य में गरीब लोगों के लिए एक भोज का आयोजन किया गया. इस विशेष भोज में 250 गरीब बच्चों को क्रिसमस डिनर पर बुलाया गया.
रिपोर्टः एजेंसियां/एन रंजन
संपादनः आभा एम